अनोखा दुल्हा, शादी के लिए 43 लड़कियों के प्रस्ताव को ठुकराया, 44वीं पसंद आई पर...
शादी के लिए पूर्णिया के एक युवक ने 43 लड़कियों के प्रस्ताव को ठुकरा दिया। 44वीं लड़की उसे पंसद आई इसके बाद दोनों की शादी हुई। पर यहां भी मामला जमा नहीं पांच महीने बाद ही दोनों अलग हो गए।
जागरण संवाददाता, पूर्णिया। पुलिस कार्यालय में संचालित परिवार परामर्श केंद्र बिखर रहे पारिवारिक रिश्तों की डोर को मजबूत कर रही है। केंद्र के सदस्य समझौता के माध्यम से मामले का निष्पादन कर टूट रहे पति-पत्नी के रिश्ते को जोड़ रहे हैं। शुक्रवार को परिवार परामर्श केंद्र में न्यू सिपाही टोला बड़ी मस्जिद निवासी पति-पत्नी का मामला पहुंचा।
पत्नी ने आरोप लगाया की शादी के 5 महीने भी नहीं बीते कि ससुराल वालों खासकर पति और देवर पांच लाख रुपये दहेज की मांग करने लगे। नहीं देने पर मारपीट भी किया जाता है। प्रतिवादी पति ने आरोप का खंडन करते हुए कहा कि मेरे पिता ने मेरी शादी के लिए 43 लड़कियों को देखा 44 वीं लड़की से मेरी शादी करवा दी गई। ङ्क्षकतु मुझे वह भी पसंद नहीं थी। इसके बावजूद मैंने उसके साथ वैवाहिक संबंध बनाया और मुझे पांच माह की बच्ची भी है।
दहेज वाली बात पर केंद्र के सदस्यों ने कड़ी फटकार लगाई उसके बाद समझाने बुझाने के बाद इस बात पर सहमति बनी की प्रताडि़त कर दहेज की मांग नहीं की जाएगी। दोनों पक्ष के साथ रहने की सहमति जताने पर बांड बनाकर दोनों पक्ष को घर भेजा गया।
बनमनखी थाना धीमा कि एक पत्नी का आरोप था कि उसका पति उसके साथ बराबर मारपीट करता है। वहीं प्रतिवादी पति कहता है की पत्नी खुद धमकी देती रहती है कि मैं रेल की पटरी पर जाकर कट जाऊंगी। करीब एक साल से मैं अपने मायके में रह रही हूं। समझाने बुझाने पर दोनों के बीच मतभेद समाप्त हुआ और दोनों साथ घर लौटे। वहीं जलालगढ़ थाना क्षेत्र के एक मामले में विवाद का कारण स्वर्गीय सौतन के पुत्र को लेकर चल रहा था। सौतेला बेटा के कारण पति-पत्नी के बीच बराबर झगड़ा तकरार हुआ करता था। समझाने बुझाने पर पत्नी इस बात पर राजी हुई कि मैं बच्चे को मां के समान प्यार दूंगी। पति-पत्नी दोनों ने विश्वास दिलाया कि भविष्य में अब कोई विवाद नहीं होगा। सुनवाई के दौरान 26 मामले में तीन मामलों में दोनों पक्षों के जिद के कारण उन्हें न्यायालय अथाना थाना से मामला को सुलझा लेने का सुझाव दिया गया। मामले को सुलझाने में केंद्र के सदस्य दिलीप कुमार दीपक, स्वाति वैश्यंत्री, रङ्क्षवद्र साह, जीनत रहमान एवं प्रमोद जयसवाल ने अहम भूमिका निभाई।