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PM Modi Virtual Rally: दो साल बाद कोसी और अंग क्षेत्र के मिलन की जगी आस, लोगों में उत्साह

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से पुल की आधारशिला रखी तो लोगों को खुशियों का ठिकाना नहीं रहा। पुल को लेकर उम्मीद छोड़ चुके लोगों के बड़ा अरमान भरा दिन रहा। लोग अब पुल के निर्माण को लेकर आश्वस्‍त हो रहे हैं।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Mon, 21 Sep 2020 06:32 PM (IST)Updated: Mon, 21 Sep 2020 06:32 PM (IST)
PM Modi Virtual Rally: दो साल बाद कोसी और अंग क्षेत्र के मिलन की जगी आस, लोगों में उत्साह
मधेपुरा में पीएम के कार्यक्रम के दौरान उपस्थित लोग।

मधेपुरा [विनोद विनीत]। कोसी का अंग क्षेत्र से मिलन का रास्ता सुलभ होने की आस फिर से जग गई है। लोग इस आस को पूरा होता देख रहे हैं। सोमवार को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से पुल की आधारशिला रखी तो लोगों को खुशियों का ठिकाना नहीं रहा। पुल को लेकर उम्मीद छोड़ चुके लोगों के बड़ा अरमान भरा दिन रहा। वजह कि कोसी नदी पर महासेतु निर्माण की कल्पना तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में संजोई गई थी। पांच जुलाई 2001 को मधेपुरा के बीपी मंडल चौक पर तत्कालीन नागरिक उड्डयन मंत्री शरद यादव ने भागलपुर के बीहपुर से उदाकिशुनगंज, मधेपुरा होते हुए सुपौल के वीरपुर तक एनएच 106 व खगडिय़ा के महेशखूंट से सहरसा, मधेपुरा होते हुए पूर्णिया तक एनएच 107 के रूप में शिलान्यास किया। उस कड़ी में फुलौत गांव के पास कोसी नदी पर महासेतु बनने की भी बात थी। उस समय के शिलान्यास समारोह में तत्कालीन भूतल परिवहन राज्य मंत्री बीसी खंडूड़ी व तत्कालीन राज्य सरकार के मंत्री व विधायक मौजूद थे। उस समय के एनडीए सरकार के सत्ता से हटने पर बाद की सरकारें ने परियोजना पर ध्यान नहीं दिया। इस कारण कोसी के लोग दशकों तक टूटी सड़क पर चलने को विवस रहे।

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परियोजना के पूरा होने से कोसी, मिथलांचल के साथ अंग क्षेत्र और झारखंड का सामरिक महत्व बढ़ जाएगा। उदाकिशुनगंज में आयोजित शिलान्यास समारोह में राज्य सरकार के मंत्री नरेंद्र नारायण यादव, विधायक निरंजन मेहता, डीएम नवदीप शुक्ला, एसपी संजय कुमार, एसडीएम राजीव रंजन कुमार सिन्हा, एसडीपीओ सतीश कुमार व बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

कोसी का अंगक्षेत्र से अब तक नहीं हो पाया है मिलन

सड़क व पुल के निर्माण नहीं होने से कोसी क्षेत्र के लोगों का सीधे तौर पर अंग क्षेत्र से मिलन नहीं हो पाया है। जबकि सामरिक ²ष्टिकोण से इस सड़क का बड़ा महत्व है। इस सड़क के बनने से कोसी के लोगों का अंग क्षेत्र से मिलन हो जाएगा। वहीं इस सड़क के रास्ते झारखंड, नेपाल के साथ मिथिला की संस्कृति जुड़ेगी। यद्यपि लोगों की उम्मीदें अब पूरी होता दिखाई दे रहा है।


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