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फोरलेन सड़क की जद में दो विद्यालय, किए जाएंगे स्थानांतिरत, ग्रामीणों की बढ़ी चिंता

फोरलेन सड़क पुल तथा नारायणपुर से पूर्णिया फोरलेन सड़क निर्माण कार्य आरंभ होने से लोगों में जहां एक तरफ काफी खुशी है वहीं इसके जद में दो स्कूलों के आने से ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई हैा हालांकि इन दोनों स्कूलों का स्थानांतरित होना तय हैा

By Amrendra kumar TiwariEdited By: Published: Tue, 19 Jan 2021 02:55 PM (IST)Updated: Tue, 19 Jan 2021 02:55 PM (IST)
उत्क्रमित मध्य विद्यालय पागलबाड़ी व उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय,पटनी नारायणपुर को करना होगा स्थानांतरित

जागरण संवाददाता, कटिहार । मनिहारी-साहिबगंज के बीच गंगा नदी पर फोरलेन सड़क पुल तथा नारायणपुर से पूर्णिया फोरलेन सड़क निर्माण कार्य आरंभ होने से लोगों में काफी खुशी है। चिर प्रतीक्षित मांग पूरी होने से पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर है। गंगा पर पुल व फोरलेन का निर्माण कार्य धरातल पर शुरू है। इधर फोरलेन की जद में फिलहाल प्रखंड के दो विद्यालयों के आ जाने से लोग सकते में हैं। इन विद्यालयों के भविष्य की फिक्र लोगों को होने लगी है।

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उत्क्रमित मध्य विद्यालय पागलबाड़ी व उत्क्रमित मध्य विद्यालय पटनी नारायणपुर इस जद में आ गया है। नारायपुर विद्यालय परिसर का 750 वर्ग कडी जमीन भी सड़क में आ गया है। इस 750 वर्ग कड़ी में परिसर में निर्मित उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय की नव निर्मित भवन का अंश व मध्य विद्यालय के निर्मित भवन का अंश भी आ रहा है। उत्क्रमित मध्य विद्यालय पागलबड़ी में वर्ग एक से आठ तक पठन पाठन होता है तथा 651 बच्चे नामांकित हैं। प्रभारी प्रधानाध्यापिका माला सिन्हा सहित 12 शिक्षक शिक्षिकाएं यहां पदस्थापित हैं। विद्यालय की स्थापना 1932 में हुई है। यहां निर्मित भवन फोरलेन की जद में आ गया है। विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष सह वार्ड सदस्य अनिल कुमार मंडल ने बताया कि फोरलेन की जद में स्कूल आ गया है।

सन 1932 में इस विद्यालय की स्थापना हुई थी। कई साल पूर्व में मिट्टी व फूस की मकान था। बाढ़ व पानी की चपेट में आ जाने के कारण विद्यालय के कई कागजात व सब कुछ नष्ट हो गया। कुछ वर्ष पूर्व विद्यालय के भवन का निर्माण हुआ है। इसमें पागलबाड़ी व कुतुबपुर सीज के बच्चे पढऩे आते हैं। अब फोरलेन बनने से खुशी तो है,पर विद्यालय पर संकट है। ग्रामीणों के अनुसार गांव में ही एक स्थल पर जमीन चिन्हित की गई है, जिसे एसडीओ व बीडीओ मनिहारी ने भी देखा है।

दूसरी उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय पटनी नारायणपुर का भी 750 वर्ग कडी जमीन फोरलेन की जद में आ गया है। यह विद्यालय मध्य विद्यालय था, इसकी स्थापना 1911 में हुई है। शुरू के वर्षो में यह विद्यालय साबिक पटनी गांव में था। वहां गंगा कटाव के बाद कई दशको पूर्व नारायणपुर में संचालित है। इस मध्य विद्यालय को 2011 में उत्क्रमित कर माध्यमिक विद्यालय का दर्जा दिया गया। विद्यालय में वर्ग एक से दसवीं तक की पढ़ाई होती है तथा 1400 बच्चे नामांकित है।

विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष निसार आलम ने कहा कि फोरलेन बनने से खुशी है, पर विद्यालय की 750 वर्ग कडी जमीन भी आ गई है। इस कारण माध्यमिक विद्यालय की निर्मित भवन व मध्य विद्यालय के कुछ भवन के अंश आ गए हैं। भू अर्जन कटिहार से कागजात की मांग की गई थी। फोरलेन बनने से लोगों में खुशी है, वही दो विद्यालय भी आ गये है। सबसे दिक्कत उत्क्रमित विद्यालय पागलबड़ी को लेकर है। इसके लिए दूसरी जगह जमीन चिन्हित कर भवन बनाने का निर्माण कराना होगा।  


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