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दारोगा की वर्दी पहनी, दो स्टार लगाया, योगदान देने पहुंच गए खगडि़या पुलिस कार्यालय, फ‍िर SP ने किया ऐसा कि उड़ गए होश

खगडि़या में दो फर्जी दारोगा गिरफ्तार हुआ है। दोनों पुलिस कार्यालय में सोमवार को योगदान करने पहुंचे थे। दारोगा की वर्दी में थे। वर्दी पर दो स्टार लगा था। दोनों फर्जी दारोगा बेगूसराय का रहने वाला। खुद को पशु क्रूरता निवारण सोसायटी बिहार से दारोगा के पद पर बहाल बताया।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Tue, 18 Jan 2022 07:41 PM (IST)Updated: Tue, 18 Jan 2022 07:41 PM (IST)
दारोगा की वर्दी पहनी, दो स्टार लगाया, योगदान देने पहुंच गए खगडि़या पुलिस कार्यालय, फ‍िर SP ने किया ऐसा कि उड़ गए होश
खगडि़या में दो फर्जी दारोगा गिरफ्तार किया गया है।

जागरण संवाददाता, खगडिय़ा। खगडिय़ा में एक बार फिर दो फर्जी दारोगा को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दोनों से गहन पूछताछ बाद केस दर्ज किया गया और मंगलवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। गिरफ्तार फर्जी दारोगा में राजेश महतो बेगूसराय के रतनपुर और आलोक कुमार बेगूसराय के हेमरा का रहने वाला है।

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दारोगा की वर्दी पहनकर और उस पर दो स्टार लगाकर पुलिस कार्यालय दोनों सोमवार को योगदान करने पहुंचा था। एसपी अमितेश कुमार को आशंका हुई और चित्रगुप्तनगर थानाध्यक्ष संजीव कुमार को बुलाया गया। दोनों से थाना में पूछताछ हुई। दोनों ने कहा कि वे लोग पशु क्रूरता निवारण सोसायटी बिहार से दारोगा के पद पर बहाल हैं और आरा व सुपौल में ड्यूटी दे चुके हैं। दोनों कथित दारोगा का कहना था कि उन्हें सोसायटी के सचिव रत्नेश्वर प्रसाद सिंह ने योगदान करवाया है। सोसायटी के चेयरमैन एक एमएलसी हैं। दोनों फर्जी दारोगा के अनुसार सोसायटी के चेयरमैन एमएलसी समीर कुमार हैं। पूरी संभावना है कि फर्जी दारोगा का तार पटना मुख्यालय से जुड़ा हुआ है और गहन जांच हो तो मुख्यालय के कई अधिकारी घेरे में आ सकते हैं।

इधर, चित्रगुप्तनगर थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने बताया कि दोनों पर फर्जीबाड़ा का केस दर्ज किया गया है और जेल भेज दिया गया है। मालूम हो कि कुछेक महीना पहले ही मानसी थाना में काम करने वाले फर्जी दारोगा विक्रम कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। जो अभी जेल में ही बंद है। विक्रम कुमार भी बेगूसराय का ही रहने वाला था।

इससे पहले भी यहां एक फर्जी दारोगा की गिरफ्तारी हुई थी। वह भी बेगूसराय का रहने वाला था।  वह फर्जी नियुक्ति पर मानसी थाना में काम कर रहा था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। फर्जी दारोगा विक्रम कुमार से काफी पूछताछ हुई थी। पुलिस के सामने विक्रम ने कई सनसनीखेज बातें उजागर की थी। इस घटना के बाद से जिला के सभी पुलिस महकमे पर भी प्रश्‍न उठ खड़ा हुआ था।     


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