भागलपुर-लैलख नई लाइन पर फरवरी से दौड़ेगी ट्रेन, सीआरएस ने दी हरी झंडी
भागलपुर-लैलख तक 15 किलोमीटर नई लाइन बिछाई गई है। अभी सिंगल लाइन पर ही अप और डाउन मार्ग की ट्रेनों का परिचालन हो रहा है। पूर्व रेलवे और मालदा मंडल का बड़ा प्रोजेक्ट था।
भागलपुर [जेएनएन]। भागलपुर-लैलख के बीच दोहरीकरण के लिए बिछाई गई नई रेल ट्रैक पर फरवरी से ट्रेन परिचालन शुरू हो जाएगा। रेल सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) ने नई लाइन को परिचालन के लिए पूरी तरह फीट घोषित कर दिया है। इन्होंने ट्रेन परिचालन को हरी झंडी दे दी है। मंडल और जोन कार्यालय को भी पत्र भेजा गया है।
दरअसल, भागलपुर-लैलख तक 15 किलोमीटर नई लाइन बिछाई गई है। अभी सिंगल लाइन पर ही अप और डाउन मार्ग की ट्रेनों का परिचालन हो रहा है। पूर्व रेलवे और मालदा मंडल का बड़ा प्रोजेक्ट था। पिछले छह से सात वर्षों से लैलख-भागलपुर के बीच दोहरीकरण लाइन बिछाई जा रही थी। नवंबर महीने में यह काम पूरा हुआ।
14 दिसंबर को सीआरएस, डीआरएम सहित कई अधिकारियों के साथ आठ घंटे तक निरीक्षण किया। 120 किलोमीटर की रफ्तार से ट्रैक को जांच की थी। दो सप्ताह बाद सीआरएस ने ट्रेन परिचालन को हरी झंडी दे दी है। सेक्शनल इंचार्ज राजीव शंकर ने बताया कि परिचालन शुरू से पहले नई लाइन पर नन इंटरलॉकिंग कार्य पूरा किया जाएगा। जिसे जनवरी के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा।
यात्रियों और रेलवे को भी फायदा
नई लाइन पर परिचालन शुरू होने के बाद अप और डाउन लाइन पर ट्रेनें नहीं फंसेगी। गाडिय़ां विलंब नहीं होगी। वर्तमान में भागलपुर से कहलगांव तक सिंगल लाइन पर ही अप और डाउन मार्ग की ट्रेनें चल रही हैं। कहलगांव से साहिबगंज तक दोहरीकरण है।
लैलख से भागलपुर के बीच कोई भी ट्रेन आती है तो भागलपुर से खुलने वाली ट्रेन को भागलपुर या फिर सबौर में रोकना पड़ता है। इधर, भागलपुर-लैलख के बीच बिछी नई लाइन पर परिचालन शुरू हो जाता है तो गाडिय़ां नहीं फंसेगी। अप और डाउन की गाडिय़ों को सबौर और भागलपुर में दूसरी ट्रेन के आने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा।