आज तीन घंटे तक बांका में CM नीतीश, देंगे कई सौगात, मंदार रोप-वे का होगा उद्घाटन
आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बांका में मंदार में रोप-वे का उद्घाटन करेंगे। वे तीन घंटे यहां रहेंगे। बांका में उनके आगमन की तैयारी की गई है। इसके अलावा कई और सौगात देंगे। को लेकर मंदार की सुरक्षा बढ़ी दी गई है।
जागरण संवाददाता, बांका। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज बांका में तीन घंटे तक रहेंगे। इस क्रम में लगभग नौ करोड़ 18 लाख रुपये की राशि से बने बिहार का दूसरा रोप-वे (रज्जू मार्ग) का उद्घाटन करेंगे। 12 बजे उद्घाटन के बाद नीतीश कुमार करीब 18 एकड़ भूमि पर मंदार जैव विविधता पार्क का भी शिलान्यास करेंगे। यहां के बाद बांका प्रखंड के ओढ़नी डैम जाएंगे। जहां वाटर स्कूटर, नौका विहार का जायजा लेंगे। साथ चार करोड़ की लागत बनने वाले आईलैंड के माडल का शिलान्यास भी करेंगे।
मुख्यमंत्री के साथ मुख्य रूप से डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद एवं रेणु देवी, पर्यावरण वन एवं जलवायु मंत्री नीरज कुमार सिंह बबलू, ग्रामीण कार्य मंत्री जयंत राज, पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद मौजूद रहेंगे। इसकी सभी तैयारियां पूरी हो गई है। सीएम हेलीकाप्टर से आएंगे। इसके लिए मंदार स्थित अद्वैत मिशन स्कूल परिसर में हैलीपेड का निर्माण किया गया है। वहां पर पर्यटन विभाग द्वारा सीएम को बुके देकर सम्मानित किया जाएगा।
ज्ञात हो कि कार्यक्रम स्थल पर सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की 60 होर्डिंग लगाई गई है। यहां आम लोगों के प्रवेश पर रोक है। इधर, सीएम के आगमन को लेकर मंदार की सुरक्षा बढ़ी दी गई है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बलों को तैनात किया गया है। एसपी अरविंद कुमार गुप्ता ने बताया कि हेलीपैड से लेकर पर्वत शिखर तक की सुरक्षा व्यवस्था के लिए दंडाधिकारियों के साथ पुलिस बलों को लगाया गया है।
मंदार की समस्या पर पर्यटन मंत्री को सौंपा ज्ञापन
एक दिन पूर्व ही बिहार के पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद एक बांका पहुंच गए थे। उन्होंने अधिकारियों के साथ तैयारी की समीक्षा की थी। इस दौरान व्यवसायी और मंदार विकास से जुड़े राहुल डोकानियां ने उनसे परिसदन में मिलकर इससे संबंधित ज्ञापन सौंपा। व्यवसायी ने मंत्री को मंदार की पौराणिक और ऐतिहासिक महत्ता का साक्ष्य दिया तथा मौजूदा समय की समस्या से मंत्री को अवगत कराया। आवेदन में कहा कि मंदार पर्वत पर जहां-तहां कई पुरातात्विक अवशेष बिखरा पड़ा है। ब्राह्मी और प्राकृत लिपि का कई अभिलेश मूर्तियों पर उकेरा हुआ है। सब खुला में पड़ा रहने से नष्ट हो रहा है। इसके संरक्षण का प्रयास हो। पर्वत मध्य के शंख कुंड की जांच कराने, गुफा की सफाई और संरक्षण, मोर संरक्षण क्षेत्र बनाने आदि की मांग की है।