TOB : सुरक्षित शनिवार के तीसरे एपीसोड में पेयजल पर चर्चा, बताए-कैसे करें जल को स्वच्छ
TOB कोरोना काल में टीचर्स ऑफ़ बिहार द चेंज मेकर्स समूह लगातार सोशल नेटवर्क के माध्यम से लोगों के बीच जागरुकता फैला रहे हैं। उनका सुरक्षित शनिवार कार्यक्रम काफी प्रभावी है।
भागलपुर, जेएनएन। TOB : टीचर्स ऑफ़ बिहार : द चेंज मेकर्स समूह के सुरक्षित शनिवार के तीसरे एपिसोड में पेयजल पर चर्चा की गई। इस कार्यक्रम में यूनीसेफ के आपदा प्रभारी बंकू बिहारी सरकार और राज्य कार्यक्रम समन्यवक विनय कुमार शामिल हुए। संचालन मास्टर ट्रेनर शशिधर उज्ज्वल ने किया। वक्ताओं ने कहा कि देश में सर्वाधिक बीमारियां दूषित पेयजल से होती है। आर्थिक रूप से संपन्न लोग तो विभिन्न तकनीक का इस्तेमाल कर जल को स्वच्छ कर लेते हैं, परंतु ज्यादातर आम लोगों को शुद्ध पेयजल नहीं मिलता है
इस लाइव कार्यक्रम में यूनीसेफ के आपदा प्रभारी बंकू बिहारी सरकार, आपदा राज्य कार्यक्रम समन्वयक विनय कुमार, राज्यसाधन सेवी अपराजिता कुमारी एवं मृत्युंजयम आर्य ने अशुद्ध जल को शुद्ध पेयजल के रूप में इस्तेमाल करने के कई तरीकों पर विस्तार से जानकारी दी। जल को शुद्ध करने का तरीका सरल, सुगम व रोचक ढंग था l बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चापाकल, कुआं, टंकी आदि के जल को कैसे स्वच्छ रखा जाय और उसे किस प्रकार से उपयोग में लाया जाय, इसकी जानकारी साझा की गईl इस अवसर पर बच्चों के बीच ऑनलाइन Quiz हुआ।
बंकू बिहारी सरकार ने टीचर्स ऑफ बिहार: द चेंज मेकर्स की पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि यहां से कई विषयों की जानकारी लोगों तक पहुंचाई जा रही है। उन्होंने बच्चों के लिये एनिमेटेड वीडियो का निर्माण करने को कहा। ताकि उसे विभिन्न माध्यमों से दिखाया जा सके। उन्होंने कहा कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण विद्यालय बंद है। इसलिये टीचर्स ऑफ बिहार का यह सोशल मीडिया के माध्यम से जन-जन तक पहुंचने का प्रयोग लोगों के लिए लाभकारी साबित हो रहा है।
टीचर्स ऑफ बिहार : द चेंज मेकर्स के प्रवक्ता रंजेश सिंह ने कहा कि सुरक्षित शानिवार से निश्चय ही समाज और ग्रामीण क्षेत्रों के लोग काफी लाभांन्वित होंगे।
ऑनलाइन व्याख्यानमाला आयोजित : याद किए गए मुंशी प्रेमचंद
31 जुलाई को कलम के सिपाही मुंशी प्रेमचंद की जयंती पर टीचर्स ऑफ़ बिहार : द चेंज मेकर्स ने ऑनलाइन व्याख्यानमाला-1 के अंतर्गत 'एक शिक्षक के रूप में प्रेमचंद' विषय पर सोशल मीडिया पर व्याख्यान का आयोजन किया। इस अवसर पर प्रो निरंजन सहाय ने उनके विचारों को सबसे सामने रखा। प्रो निरंजन सहाय महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के हिंदी तथा आधुनिक भारतीय भाषा विभाग में कार्यरत हैंl संचालन दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय गया अध्यापक शिक्षा विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. चंदन श्रीवास्तव ने किया।