TMBU : हॉस्टल में रहने की अनुमति नहीं, कैसे परीक्षा देंगी छात्राएं
टीएमबीयू में भागलपुर समेत नवगछिया कटिहार पूर्णिया मधेपुरा समेत झारखंड के देवघर गोड्डा आदि क्षेत्रों के छात्र-छात्राएं पढ़ाई करती हैं। वे लोग निजी लॉजों व ज्यादा संख्या में टीमएबीयू के हॉस्टलों में रहते हैं। इसमें से ज्यादातर छात्र आर्थिक रूप से कमजोर तबके से आते हैं।
भागलपुर, जेएनएन। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) दिसंबर से अपनी लंबित परीक्षाएं लेना शुरू कर देगा, किंतु अब तक विभिन्न कॉलेज व पीजी के हॉस्टल खोलने को लेकर किसी तरह का आदेश-निर्देश नहीं मिला है। इस वजह से छात्रों के सामने असमंजस की स्थिति है। इसी समस्या को लेकर पूर्व में भी ओबीसी पीजी महिला छात्रावास की छात्राएं काफी संख्या में टीएमबीयू अधिकारियों से मिली थी, लेकिन उन्होंने जिला प्रशासन की पाले में गेंद होने की बात कह मामला टाल दिया था। अब दोबारा से छात्रों के सामने यह समस्या आने वाली है।
बता दें कि टीएमबीयू में भागलपुर समेत नवगछिया, कटिहार, पूर्णिया, मधेपुरा समेत झारखंड के देवघर, गोड्डा आदि क्षेत्रों के छात्र-छात्राएं पढ़ाई करती हैं। वे लोग निजी लॉजों व ज्यादा संख्या में टीमएबीयू के हॉस्टलों में रहते हैं। इसमें से ज्यादातर छात्र आर्थिक रूप से कमजोर तबके से आते हैं। वे शहर में होटलों का खर्च वहन नहीं कर सकते हैं। कोरोना के कारण निजी लॉज संचालक भी कमरा देने को तैयार नहीं हो रहे हैं। इन दिक्कतों के बीच छात्रों के सामने परीक्षा में रहने की दिक्कत हो जाती है। टीएमबीयू अधिकारियों के मुताबिक इस लेकर जल्द ही बैठक कर निर्णय लिया जाएगा।
हालांकि टीमएबीयू ने एक व्यवस्था के तहत परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों के लिए हॉस्टल खोलने का निर्णय लिया था, लेकिन आगे भी यह निर्णय लिया जाएगा या नहीं असमंजस की स्थिति छात्रों के लिए है। इस मामले में पूर्व में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भी टीमएबीयू प्रशासन से हॉस्टल खोलने की मांग की थी। इसके अलावा अभाविप ने इस मामले में जिलाधिकारी प्रणव कुमार से भी मुलाकात की थी। अभाविप के प्रदेश सह मंत्री कुश पांडेय ने कहा कि इस मुद्दे पर दोबारा विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग हॉस्टल खोलने के मुद्दे पर मिला जाएगा। ताकि छात्रों को किसी तरह की दिक्कत ना हो।