TMBU : स्नातक कक्षा की रूटीन में डिजिटल एजुकेशन को किया जाएगा शामिल Bhagalpur News
वीसी ने कॉलेजों को निर्देश दिया कि यूजीसी के चैनल में स्वयंप्रभा दिखाएं। निर्देश दिया गया है कि सभी कॉलेजों में टीवी और एंटीना लगाएं।
भागलपुर [जेएनएन]। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कॉलेजों और पीजी विभागों में छात्र-छात्राओं को हुनरमंद बनाएगा। उन्हें अलग-अलग कोर्स के लिए कॉलेजों में ट्रेनिंग देने की योजना बनाई जा रही है। ट्रेनिंग कोर्स के माध्यम से छात्र-छात्राओं को इस योग्य बनाया जाएगा ताकि पढ़ाई पूरी करने के बाद वे स्वावलंबी बन सके।
स्नातक की कक्षाओं में शुरू हो रही है पढ़ाई
कुलपति डॉ. लीलाचंद साहा ने कहा कि कॉलेजों में स्नातक की कक्षाओं में पढ़ाई शुरु हो रही है। अब रूटीन में एक सत्र (पाली) डिजीटल एजुकेशन की पढ़ाई होगी। इस एजुकेशन के तहत स्वयं, स्वयंप्रभा और डिजीटल लाइब्रेरी की पढ़ाई होगी। कॉलेजों को निर्देश दिया गया है कि यूजीसी के चैनल में स्वयंप्रभा दिखाएं। निर्देश दिया गया है कि सभी कॉलेजों में टीवी और एंटीना लगाएं। इसके माध्यम से विद्यार्थी यूजीसी का प्रोग्राम देखेंगे। इससे उन्हें ज्ञान का लाभ मिलेगा। कई कोर्स हैं जिसे चुनने का अवसर मिलेगा। कुलपति ने कहा कि डिजीटल पढ़ाई होने से कक्षा में चॉक और डस्टर से मुक्ति मिलेगी।
कॉलेजों में शुरू होगा सर्टिफिकेट कोर्स
कुलपति ने कहा कि कॉलेजों में सर्टिफिकेट कोर्स प्रारंभ करने की योजना है। इसके तहत कौशल विकास के कार्यक्रमों को पढ़ाया जाएगा। इसके लिए सभी कॉलेजों में नोडल अफसर बनाने के लिए कहा गया है। सर्टिफिकेट कोर्स पूरा होने के बाद छात्रों को ई-सर्टिफिकेट मिलेगा जिससे उन्हें जॉब मिलने में आसानी होगी।
बिहार सरकार के सहयोग से शुरू होगा कार्यक्रम
सभी कॉलेजों में ऑनलाइन कोर्स की भी योजना है। शीघ्र ही कॉलेजों में ट्रांसलेशन, जर्नलिज्म, मधुमक्खी पालन, सेरी कल्चर, मत्स्य पालन, फैशन डिजाइन, ब्यूटीशियन और फिशरीज पर ट्रेनिंग कोर्स प्रारंभ करने की योजना है। यह कार्यक्रम बिहार सरकार के सहयोग से प्रारंभ होगा। ट्रेनिंग कोर्स करने के बाद रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। कुछ संस्थानों में मोबाइल रिपेयङ्क्षरग कोर्स भी शुरु किया जा रहा है।
एसएसवी कॉलेज में शुरू होगा टूरिज्म कोर्स
टूरिज्म कोर्स एसएसवी कॉलेज, कहलगांव को दिया जा रहा है। कुलपति ने कहा कि भागलपुर सिल्क का बहुत बड़ा केंद्र है। वाणिज्य विभाग को एक्सपोर्ट मैनेजमेंट की शिक्षा देने के लिए तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसी शिक्षा का फायदा छात्र-छात्राओं को तभी मिलेगा, जब वे नियमित तौर पर कक्षा में शरीक होंगे। कॉलेजों को सुविधा सम्पन्न बनाया जा रहा है। छात्रों का भविष्य अब उनके हाथों में है।