TNB कॉलेज कर्मियों के मामले में उलझा TMBU, जानिए... क्या है मामला
राजभवन ने टीएमबीयू को कहा स्थिति करें स्पष्ट। सेवा को लेकर कोर्ट गए हैं सेवा से हटाए गए कर्मी। पूर्व प्रभारी कुलपति ने उक्त कर्मियों को जुलाई 2019 तक का वेतन भुगतान करने के लिए पूर्व एफए पद्माकांत झा को दोषी बता राजभवन से शिकायत की थी।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। टीएनबी कॉलेज में 14 कर्मियों को हटाने का मामला एक बार फिर गर्मा गया है। राजभवन ने 2014 में ही उन्हें सेवा मुक्त करने का निर्देश जारी किया था,किंतु अब तक सेवा मुक्त नहीं किए गए हैं। अब राजभवन ने इस मामले में टीएमबीयू को स्थिति स्पष्ट करने को कहा है।
बता दें कि पूर्व प्रभारी कुलपति डॉ. संजय कुमार चौधरी ने उक्त कर्मियों को जुलाई 2019 तक का वेतन भुगतान करने के लिए पूर्व एफए पद्माकांत झा को दोषी बता राजभवन से शिकायत की थी। इस आरोप और एक अन्य आरोप को लेकर एफए पर राजभवन ने कार्रवाई करते हुए पद से हटा दिया। इस पर पूर्व एफए ने राजभवन को आपत्ति पत्र देते हुए कहा कि कॉलेज से ही प्राचार्य द्वारा उनके वेतन की फाइल बढ़ाई गई थी। पूर्व से ही उन लोगों को वेतन दिया जा रहा था। ऐसे में सिर्फ वे कैसे दोषी हैं।
इधर, इस मामले में टीएनबी कॉलेज के पूर्व एसओ अमरेंद्र झा ने कहा कि 2014 में तत्कालीन शिक्षा सचिव ने सेवा सामंजन की सुनवाई में उन लोगों की सेवा ही गलत बता दी थी। जिसके विरोध में लोग हाइकोर्ट गए। कोर्ट में मामला विचाराधीन रहने के कारण तत्कालीन कुलपति डॉ. रमाशंकर दुबे ने अंतिम निर्णय होने तक कर्मियों को वेतन देने की बात कही थी। इसी बीच 14 में एक कर्मी सेवानिवृत हो गए। तब तत्कालीन कुलपति स्व. एनके झा ने उनके सेवांत लाभ मामले में सुनवाई की। टीमएबीयू ने उनके मामले में सरकार से निर्देश मांगा था।
इसी आधार पर बाकी अन्य 13 कर्मियों के भी निर्देश मांगा गया। इसी बीच तत्कालीन कुलसचिव ने अगस्त 2019 से उक्त कर्मियों के वेतन और काम करने पर रोक लगा दी। उन लोगों ने अगस्त के पूरे माह कार्य किया। अब टीएमबीयू इस मामले में जवाब देने की तैयारी कर रहा है। ताकि मामले से निकला जा सके। इस मामले को लेकर सेवा से हटाए गए कर्मियों ने कुलपति को भी ज्ञापन दिया है।