TMBU: असिस्टेंट प्रोफेसर में नियुक्ति के लिए पीएचडी की अनिवार्यता पर रोक
यूजीसी ने विश्वविद्यालयों के लिए होने वाली असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति के लिए पीएचडी की अनिवार्यता पर रोक लगा दी है। यूजीसी ने 12 अक्टूबर को जारी किया सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति को पत्र। एक ही सत्र के लिए दी गई छूट।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने विश्वविद्यालयों के लिए होने वाली असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति के लिए पीएचडी की अनिवार्यता पर रोक लगा दी है। हालांकि यह रोक केवल एक सत्र के लिए लगी है। एक जुलाई 2021 से एक जुलाई 2023 के बीच होने वाली नियुक्ति पर यह रोक रहेगी। इसके लिए यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति को पत्र भेजा है।
यूजीसी ने पत्र में इस रोक के बारे में बताया है कि यह निर्णय कोविड महामारी के कारण लिया गया है। यूजीसी का कहना है कि इस राहत का उद्देश्य है कि विभिन्न विश्वविद्यालयों में काफी संख्या में असिस्टेंट प्रोफेसरों के पद रिक्त पड़े हुए हैं। इसे भरना काफी जरूरी है। बता दें कि कुछ दिनों पूर्व, केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने भी कहा था कि पीएचडी अनिवार्यता पर रोक कोरोना के कारण लगाया गया था। इसे रद नहीं किया गया था।
यूजीसी के इस निर्देश के बाद पीजी डिग्री वाले ऐसे अभ्यर्थी, जिन्होंने राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा पास की है वे असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर नियुक्ति के लिए पात्रता होंगे। इससे बिना पीएचडी किए अभ्यर्थियों को काफी लाभ होगा। बता दें कि 2018 में यूजीसी ने निर्देश जारी किया था कि असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति के लिए नेट के साथ पीएचडी भी अनिवार्य है।
इग्नू ने पीजी-यूजी में नामांकन आवेदन की तिथि 25 तक बढ़ाई
इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) ने सत्र जुलाई 2021 के स्नातक और स्नातकोतर में नामांकन के लिए आवेदन की तिथि 25 अक्टूबर तक विस्तारित कर दी है। नामांकन आवेदन की तिथि केवल रेगुलर कोर्स के लिए बढ़ाई गई है। यह सर्टिफिकेट कोर्स और डिप्लोमा कोर्स पर लागू नहीं होगा। यह जानकारी इग्नू की क्षेत्रीय निदेशक डा. साहर नसरीन ने दी। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की है कि जो इग्नू से पढऩा चाहते हैं, वे आनलाइन आवेदन प्रक्रिया संबंधित वेबसाइट पर जाकर कर सकते हैं। बता दें कि नामांकन आवेदन की तिथि सोमवार को ही समाप्त हो गई थी। इसी बीच विश्वविद्यालयों में दुर्गा पूजा का अवकाश घोषित हो गया। इस कारण स्नातक और स्नातकोतर में नामांकन कराने के इच्छुक विद्यार्थी जरूरी दस्तावेज नहीं बनवा पा रहे थे। ऐसे में इग्नू ने नामांकन की तिथि को विस्तारित कर विद्यार्थियों को राहत दी है। 18 अक्टूबर के बाद विश्वविद्यालयों का अवकाश समाप्त होगा। इसके बाद विद्यार्थी अपने दस्तावेज बनवाकर आसानी से नामांकन आवेदन कर सकेंगे।