TMBU: कड़ी निगरानी के कारण 550 ने छोड़ी पैट परीक्षा, एक निष्कासित
TMBU पीएचडी एडमिशन टेस्ट (पैट) 2020 परीक्षा शुरू हुई। परीक्षा में 1569 विद्यार्थी ही शामिल हुए। 2119 विद्यार्थियों को इसमें शामिल होना था। 550 परीक्षार्थियों ने पैट परीक्षा छोड़ दी है। बताया जा रहा है कि कड़ी निगरानी के कारण छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) में रविवार को पीएचडी एडमिशन टेस्ट (पैट) 2020 परीक्षा कड़ी निगरानी के बीच शांतिपूर्ण तरीके से हुई। परीक्षा में 2119 विद्यार्थियों को शामिल होना था, किंतु 1569 विद्यार्थी ही परीक्षा में शामिल हुए। सख्ती के कारण 550 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल नहीं हुए, जबकि टीएनबी कालेज से ईस्ट विंग में एक छात्रा को कदाचार के आरोप में निष्कासित किया गया।
मारवाड़ी कालेज में पहली पाली में 508 में 386 परीक्षार्थी, एसएम कालेज में 481 में 334 परीक्षार्थी, टीएनबी कालेज में 736 में 562 विद्यार्थी दूसरी पाली में निष्कासन के बाद 561 परीक्षार्थी और बीएन कालेज में 396 में 264 परीक्षार्थी उपस्थित हुए थे। इस परीक्षा में जो विद्यार्थी पहली पाली में परीक्षा देते हैं। वहीं, दूसरी पाली की भी परीक्षा में शामिल होते हैं।
अधिकारियों ने किया दौरा
परीक्षा शुरू होने के बाद पैट परीक्षा के चेयरमैन प्रतिकुलपति प्रो. रमेश कुमार, परीक्षा नियंत्रक डा. अरुण कुमार सिंह और प्राक्टर डा. रतन मंडल ने चारों केंद्र का जायजा लिया। प्रतिकुलपति ने एसएम कालेज, बीएन कालेज, मारवाड़ी कालेज और टीएनबी कालेज केंद्रों का जायजा लिया। उन्होंने रिसर्च समन्वयक डा. सुदेश जायसवाल और डीन एकेडमिक्स डा. अशोक ठाकुर से बीएन कालेज केंद्र पर चल रही परीक्षा का जायजा लिया। वहां पीआरओ डा. दीपक कुमार दिनकर भी मौजूद थे। इसके अलावा चारों केंद्रों के लिए पर्यवेक्षक और उडऩदस्ता टीम तैनात की गई थी।
गलत नंबर की उत्तर पुस्तिका देने का आरोप
बीएन कालेज केंद्र पर कमरा संख्या दो में परीक्षा देने पहुंचे रवि कुशवाहा ने परीक्षा में अनियमितता का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि उन्हें जो प्रश्न और उत्तर पुस्तिका दिया गया। दोनों का सीरियल नंबर अलग-अलग था। जब उन्होंने विरोध किया तो जबरन शिक्षकों द्वारा बैठाने का आरोप लगाया गया। इस मसले पर रिसर्च समन्वयक डा. जायसवाल ने कहा कि थोड़ी त्रुटि हुई थी। उसे सुधार लिया गया था। वहीं एक प्रश्न अस्पष्ट था, जिससे छात्रों को परेशानी हुई। डीन एकेडमिक्स ने कहा कि लिखित शिकायत मिलने पर इस प्रश्न का नंबर देने पर विचार किया जाएगा।
टीएनबी कालेज में निष्कासन के बाद छात्रा ने किया हंगामा
टीएनबी कालेज परीक्षा केंद्र पर महिला परीक्षार्थी को डा. रविशंकर चौधरी ने दूसरी पाली में कदाचार करते रंगेहाथ पकड़ लिया। वह रूमाल में कागज का पुर्जा छिपाकर लिख रही थी। पकड़े जाने के बाद वह कमरे बाहर नहीं जा रही थी। उसे जाने के लिए कहने के बाद उसने हंगामा शुरू कर दिया। तब कालेज प्रशासन ने विवि पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस की बात सुनकर छात्रा बाहर निकली।
रिकार्ड नहीं मिलने पर छात्र को रोका
टीएनबी कालेज परीक्षा केंद्र पर ही पहली पाली की परीक्षा देने के लिए एक छात्र पहुंचा। उसके एडमिट कार्ड पर फोटो नहीं था। उसे मुख्य द्वार पर ही रोक दिया गया। उसने संंबंधित विभाग से सत्यापित कराने का प्रयास किया, किंंंतु जब प्राचार्य ने उसके मिलान के लिए सेमेस्टर चार की परीक्षा का प्रवेश पत्र मांगा तो वह नहीं दे सका। ज्यादा खोजबीन होता देख विद्यार्थी परीक्षा में अनुपस्थित रहा।
सभी शिक्षक और कर्मियों के सहयोग से पैट परीक्षा कदचार मुक्त और शांतिपूर्ण तरीके के संपन्न हो गई। अब इसके परीक्षाफल प्रकाशन को लेकर तैयारी की जाएगी। - प्रो. रमेश कुमार, प्रतिकुलपति टीएमबीयू
आसान वैकल्पिक प्रश्नों से विद्यार्थियों के चेहरे खिले
पैट परीक्षा में रविवार को पहली पाली में वैकल्पिक प्रश्नों की परीक्षा थी। इसमें पूछे गए प्रश्नों को देख परीक्षार्थियों के चेहरे खिल उठे। इस पत्र में पर्यावरण के अलावा शोध अनुसंधान से ज्यादा प्रश्न पूछे गए थे। इसके अलावा कंप्यूटर के बेसिक प्रश्नों को शामिल किया गया था। टीएनबी कालेज परीक्षा केंद्र पर परीक्षा देकर निकली श्रुति ने बताया कि वैकल्पिक प्रश्नों में ज्यादा परेशानी नहीं हुई। प्रशांत कुमार ने कहा कि रीजनिंग के प्रश्न थोड़ा कठिन थे, किंंतु अन्य प्रश्नों के कारण सवालों को बेहतर तरीके से हल किया।
मारवाड़ी कालेज परीक्षा केंद्र से निकले विकास कुमार ने कहा कि उनका इतिहास विषय था। पिछली बाहर जिस तरह के प्रश्न पूछे गए थे, उस हिसाब से तैयारी कर गए थे। कई प्रश्न पिछले वर्ष से ही पूछे गए थे। इंदू कुमारी ने बताया कि पिछले वर्ष से कुछ प्रश्न आए थे। आल ओवर प्रश्न बहुत ज्यादा कठिन नहीं थे। गरिमा ने बताया उन लोगों की हाल ही में सेमेस्टर चार की परीक्षा हुई थी। इस वजह से उन लोगों को प्रश्न हल करने में ज्यादा दिक्कत नहीं हुई।