भोलेनाथ की विशाल प्रतिमा को कांधे पर उठा देवघर गया कांवरिया का जत्था Bhagalpur News
श्रावणी मेला में रोज हजारों कांवरिये सुल्तानगंज से देवघर जा रहे हैं। आकर्षक कांवर के साथ यात्रा करने का आनंद मिलता है।
भागलपुर [जेएनएन]। विश्वप्रसिद्ध श्रावणी मेला में देश के विभिन्न हिस्सों से कांवरिया लगातार सुल्तानगंज पहुंच रहे हैं। गुरुवार को भी डेढ़ लाख से अधिक कांवरियों ने पवित्र उत्तर वाहिनी गंगा जल भरकर बाबा बैद्यनाथ के जलाभिषेक के लिए पैदल प्रस्थान किया। भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए कांवरिये आकर्षक कांवरों का प्रयोग भी कर रहे हैं। ऐसे ही विशिष्ट आकर्षण केन्द्र बनने वाले कांवरियों में शामिल है कोलकाता के रुबी हॉस्पिटल से आए 50 कांवरियों का जत्था। बाबा भोलेनाथ की भारी प्रतिमा वाली कांवर लेकर गुरुवार को देवघर रवाना हुए कांवरियों ने बताया कि इस कांवर को तैयार करने में लगभग 30 हजार रुपये का खर्च आया है। हम लोग पिछले दस सालों से अलग अलग आकर्षक कांवर बनाकर बाबा नगरी में जल चढ़ाते आ रहे हैं। सुल्तानगंज में आकर्षक कांवर देखने के लिए जहां कांवरियों की भीड़ लग रही। वहीं आमलोग भी ऐसे कांवर को देख कर खुशी जाहिर कर रहे थे।
असम, बंगाल, उड़ीसा, राजस्थान के दो लाख कांवरिये देवघर रवाना
श्रावणी मेले में पैदल चलने वाले कांवरियों के लिए मौसम पिछले 48 घंटे से मेहरबान बना हुआ है।कभी झमाझम बारिश तो कभी तेज हवा कांवरियों को राहत दे रहे हैं। यही कारण है कि सावन शुरू होने के बाद काफी संख्या में कांवरिये सुल्तानगंज से जल भरकर देवघर रवाना हो रहे हैं। सावन शुरू होने के कुछ दिन बाद तक तेज धूप के कारण जहां कांवरियों को गर्म बालू पर चलने में कठिनाई हुई। वहीं अब सुहाने मौसम में कांवरिया नाचते गाते मस्ती में झूमते देवघर की ओर बढ़ रहे हैं। गुरुवार को असम, बंगाल, उड़ीसा, राजस्थान आदि के दो लाख कांवरियों ने गंगा में डुबकी लगाई और देवघर रवाना हो गए। राजस्थान के कांवरिया मुकेश अवस्थी ने बताया कि यह उनकी 25वीं कांवर यात्रा है। कच्ची कांवरिया पथ पर बोल बम के जयकारे के बीच यात्रा कब खत्म हो जाती है पता नहीं चला। बाबा सभी की मनोकामना पूरी करते हैं। बंगाल के कांवरिया सुमित्रा दास ने बताया कि यह मेरी पहली कांवर यात्रा है। बाबा धाम जाने को लेकर काफी उत्साहित हूं।
गंगा महाआरती में देश-विदेश के कांवरिये भी हो रहे शरीक
सुल्तानगंज में सावन माह में नई सीढ़ी घाट पर होने वाली गंगा महाआरती में देश-विदेश के कांवरिये भी शरीक हो रहे हैं। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विद्वान पंडितों द्वारा बनारस की शैली में गंगा महाआरती की शुरुआत की गई। आधा दर्जन से अधिक पंडितों द्वारा भक्ति गीतों के बीच गंगा की भव्य आरती की गई। आरती शुरू होते ही कांवरिया गंगा के चरण स्पर्श के लिए बढऩे लगे। जहान्वी गंगा महाआरती सभा के अध्यक्ष संजीव झा ने बताया कि श्रावण मास के पूरे महीने गंगा घाट पर जिला प्रशासन के सहयोग से मां गंगा की भव्य आरती होती है, जिसमें काफी संख्या में श्रद्धालु शरीक होते हैं।
कहलगांव से सैकड़ों कांवरिया गए बासुकीनाथ धाम
कहलगांव से दूसरे दिन भी सैकड़ों कांवरिया एक साथ देवदूत संघ के बैनर तले बाबा बासुकीनाथ पर जल अर्पण के लिए गुरुवार की संध्या रवाना हुए हैं। सभी कांवरिया कहलगांव में उत्तरवाहिनी गंगा में स्नान कर संकल्प पूजन कर जलपात्र में गंगा जल भरकर बाजे गाजे के साथ बोल बम बम बासुकी की जयकारा लगाते नाचते गाते निकले है। ये सभी द्वितीय सोमवारी को जल अर्पण करेंगे। इसके अलावा काफी संख्या में शिवभक्त बाइक एव अन्य वाहनों से बासुकीनाथ और सुल्तानगंज गए हैं।