चुनाव के बाद नगर आयुक्त के खिलाफ पार्षद लड़ेंगे आर-पार की लड़ाई, जानिए वजह
यह पहली बार हुआ है कि मेयर के बगैर निर्देश के नगर आयुक्त ने बैठक निर्धारण कर दिया। इसके बाद तो मेयर डिप्टी मेयर नगर आयुक्त व पार्षदों ने जो किया वह शर्मसार करने के लिए काफी था।
भागलपुर [जेएनएन]। नगर आयुक्त और डिप्टी मेयर समेत पार्षदों के बीच विवाद में डिप्टी मेयर राजेश वर्मा ने भी आयुक्त श्याम बिहारी मीणा और कार्यालय अधीक्षक पर केस दर्ज कराया। वहीं, मामले को लेकर मेयर सीमा साहा, नगर आयुक्त और डिप्टी मेयर अपने-अपने कक्ष में रणनीति बनाते रहे। कानून के जानकारों की भी मदद ली जा रही है।
नगर आयुक्त पर दर्ज हुई प्राथमिकी
डिप्टी मेयर ने जोगसर ओपी में नगर आयुक्त और कार्यालय अधीक्षक के विरोध में आवेदन दिया है। दर्ज प्राथमिकी में डिप्टी मेयर ने कहा कि नगर आयुक्त अपने पद की गरिमा को भूलकर शक्ति का दुरुपयोग करते हैं। बैठक में विलंब से पहुंचने के सवाल पर नगर आयुक्त ने अपने कक्ष से गार्ड के माध्यम से पार्षदों को कक्ष से बाहर निकाल दिया। गली-गलौज कर कहा गया तुम्हारा वो हाल करेंगे कि समाज में मुंह दिखाने लायक नहीं रहोगे। कार्यालय अधीक्षक को हथियार बनाकर मेयर, डिप्टी मेयर और पार्षदों को नीचा दिखाने का प्रयास किया। एससी एसटी एक्ट की धमकी देकर जनप्रतिनिधियों के आवाज को दबाया जाता है। इसकी गहराई से जांच कर दोषी अधिकारी पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई है। घटना से विभागीय मंत्री और अधिकारियों को अवगत कराया गया है।
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बैठक का कोई पत्र नहीं भेजा, साक्ष्य हो तो दिखाएं
मेयर सीमा साहा ने सामान्य बोर्ड की बैठक नगर आयुक्त द्वारा बुलाने को लेकर सवाल खड़े किए है। मंगलवार को मेयर ने कहा, जब बैठक बुलाने का अधिकार मेयर के पास है तो नगर आयुक्त अपने स्तर से बैठक कैसे बुला सकते हैं। मेयर ने कहा कि बैठक के लिए उनके द्वारा कोई तिथि निर्धारण को लेकर कोई पत्र नहीं भेजा गया था। अगर, साक्ष्य हो तो नगर आयुक्त को सार्वजनिक करना चाहिए। हालांकि 13 को स्थायी समिति और 15 को सामान्य बोर्ड की बैठक की सूचना नगर आयुक्त ने उपलब्ध कराई थी। दोनों बैठक नगर आयुक्त ने स्वयं बुलाई थी। यह आरोप लगाना गलत होगा कि हमारे प्रस्ताव पर पार्षदों को बैठक के लिए आमंत्रित किया गया।
नगर निगम में यह पहली बार हुआ है कि मेयर के बगैर निर्देश के नगर आयुक्त ने बैठक निर्धारण कर दिया। सशक्त स्थायी समिति सदस्य संजय सिन्हा ने कहा कि पार्षदों के बीच मेयर की छवि धूमिल करने की नीयत से नगर आयुक्त ने बैठक बुलाई थी। एक तरफ नगर आयुक्त कहते हैं कि हम मेयर के सचिव हैं। नगर आयुक्त क्या सचिव की भूमिका निभा रहे हैं। यह पार्षदों को पार्षदों के साथ लड़वाने का काम करते है। कर्मचारी को कर्मचारी से लड़वाते हैं। विकास के मुद्दे पर कोसों दूर हैं। लिखित शिकायत सीएम से लेकर डीएम तक शिकायत दर्ज की, लेकिन कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
मेयर ने मांगा घटना का सीसीटीवी फुटेज
नगर आयुक्त श्याम बिहारी मीणा के कक्ष में हंगामे को लेकर मेयर सीमा साहा ने सीसीटीवी फुटेज मांग लिया है। ताकि तथ्य की जानकारी से अवगत हो सके। इसके लिए नगर आयुक्त को मेयर ने पत्र भेजा है।