Move to Jagran APP

शहर में सब्जी मंडी का नही है स्थान, सड़क पर सजती है दुकानें, जानिए परेशानी

नगर परिषद के गठन को पांच दशक बीत गए लेकिन आज तक शहर में थोक सब्जी विक्रेताओं के लिए मंडी का स्थायी जगह उपलब्ध कराया गया। लिहाजा मुख्य बाजार की सडकों पर ही सब्जी की दुकानें सजाई जाती है।

By Amrendra kumar TiwariEdited By: Published: Wed, 03 Mar 2021 05:27 PM (IST)Updated: Wed, 03 Mar 2021 05:27 PM (IST)
शहर में सब्जी मंडी का नही है स्थान, सड़क पर सजती है दुकानें, जानिए परेशानी
सड़क पर सजी सब्‍जी मंडी, लोगों को आवाजाही में परेशानी

जागरण संवाददाता, जमुई । नगर परिषद के गठन को पांच दशक बीत गए लेकिन आज तक शहर में थोक सब्जी विक्रेताओं के लिए मंडी का स्थायी जगह उपलब्ध कराया गया। लिहाजा मुख्य बाजार की सडकों पर ही सब्जी की दुकानें सजाई जाती है। इस कारण बाजार आने -जाने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पडता है। इसके बावजूद नप प्रशासन इस समस्या के निदान को लेकर कोई दिलचस्पी नही दिखा रही।

prime article banner

आवंटन नहीं होने के कारण खाली पड़ी नप की दुकान

नगर परिषद द्वारा शहर के महिसौड़ी रोड स्थित पंचमंदिर के समीप सब्जी विक्रेताओं के लिए छोटा- छोटा दुकान बनाया गया है लेकिन आज तक उस दुकान का आवंटन सब्जी विक्रेता के बीच नहीं किया गया है। लिहाजा नप द्वारा बनी दुकानें कई साल से खाली पड़ी है। हालांकि जितनी संख्या में सब्जी के विक्रेता हैं उस परिस्थिति में नप द्वारा बनाए गई ये दुकानें सब्जी विक्रेताओं के लिए ऊंट के मुंह में जीरा समान ही होगा। लेकिन फिर भी यदि इन दुकानों का आवंटन सही तरीके से कर दिया गया तो सब्जी विक्रेताओं को कुछ राहत जरूर मिलेगी।

कोरोना काल में सब्जी मंडी की बदली जगह

ताड़ से गिरकर और खजूर पर लटकने वाली कहावत नगर परिषद क्षेत्र के थोक सब्जी विक्रेताओं पर सटीक बैठ रही है। सालों से शहर में थोक सब्जी विक्रेता नगर थाना के सामने वाली सड़क पर सब्जी की मंडी भी लगा रहे थे लेकिन कोरोना काल में पुलिस द्वारा सब्जी विक्रेताओं के साथ की गई मारपीट आंदोलन का रूप ले लिया। तब आनन - फानन में नप प्रशासन द्वारा थोक मंडी वाले विक्रेताओं को थाना चौक से लेकर लवकुश गैस ऐजेंसी खैरा मोड जमुई के रास्ते पर सब्जी मंडी लगाने का आदेश दिया गया। तब से लेकर आज तक मजबूरन सब्जी विक्रेताओं द्वारा इन सडकों पर ही सब्जी मंडी लगाया जा रहा है। जो ऊपर की कहावत को सिद्ध करती है। सब्जी विक्रेताओं को एक तरफ जिनके घर या दुकान के सामने अपनी दुकान लगाते हैं उनसे भी कहा-सुनी होती है तो दूसरी ओर राहगीरों और वाहन चालकों से भी कभी-कभी तू-तू मय मय होते देखा जाता है।

40 की सड़क हो जाती है चार फीट

अटल बिहारी चौक से नगर थाना होकर खैरा मोड़ तक जाने वाली सड़क की चौड़ाई लगभग चालीस फीट है लेकिन जब सुबह इन सडकों पर सब्जी की मंडी लगती है तो यही 40 फीट वाली सड़क चार फीट की हो जाती है। उस समय बड़े वाहन तो जाने की कोई बात ही नहीं, दो पहिए वाहन भी बहुत कठिन से निकल पाते हैं।

गर्मी और बारिश के मौसम में बढ़ेगी परेशानी

सब्जी मंडी विक्रेताओं ने तो ठंड के मौसम में किसी तरह अपना कारोबार चला लिया। अब गर्मी और बारिश के मौसम में उनकी परेशानी बढऩे वाली है। बगैर छत के खुले आसमान में सब्जी विक्रेता को धूप और बर्षा की मार पहली बार झेलनी पडेगी। अब देखना यह है कि नप प्रशासन की उनके दुख दर्द पर कब तक नजर पड़ती है और उनके लिए स्थायी जगह चिन्हित किया जाता है।

क्‍या कहते हैं नगर परिषद के नगर प्रबंधक

नगर प्रबंधक मु एहतराम हुसैन ने कहा कि सब्जी मंडी के लिए शहर में पांच स्थल का चयन कर नगर विकास एवं आवास विभाग को भेजा गया है। अब तक कोई जवाब नही आया है। जिला पदाधिकारी से मिलकर मंडी के लिए चिन्हित किए गए स्थल की स्वीकृति लेने का प्रयास करेंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.