दिल्ली और महाराष्ट्र से लौट रहे लोगों की कोरोना जांच के लिए रेलवे स्टेशन पर चार दिनों से नहीं है किट...
भागलपुर में कोरोना संक्रमण का मामला तेजी से बढ़ता जा रहा है। इसके बाद भी लापरवाही का मामला देखने को मिल रहा है। पिछले चार दिनों से किट की कमी के कारण जंक्शन पर कोरोना टेस्ट नहीं हो पा रहा है।
जासं, भागलपुर। ट्रेनों से उतरने वाले यात्रियों की भीड़ देखकर स्वास्थ्य विभाग ने भी हाथ खड़े कर दिए हैं। स्टेशन पर बने जांच काउंटर पर हर दिन जांच किट समाप्त हो रहा है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था पर सवाल भी उठने लगे हैं। गुरुवार को चौथे दिन भी किट समाप्त होने की वजह से साढ़े तीन घंटे जांच बंद रही। इस दौरान ट्रेनों से यात्री उतरते रहे और घर जाते रहे। ऐसे में ट्रेनों से उतरने वाले यात्री संक्रमित हैं या नहीं इसका पता नहीं चल रहा है। यात्री सीधे निजी वाहनों से घर पहुंच रहे हैं। ऐसे में कोरोना का संक्रमण बढऩे की संभावना है।
221 की जांच में मिले 37 पॉजिटिव
रेलवे स्टेशन पर गुरुवार को भी कोरोना जांच किट खत्म होने से तीन घंटे तक जांच प्रभावित रही। सुबह करीब 9.30 बजे से 12.30 तक जांच नहीं हो सकी। किट आने के बाद जांच तेजी शुरू हुई। चार बजे तक 154 लोगों की जांच की गई, जिसमें 28 लोग पॉजिटिव पाए गए। इसके बाद रात 8.45 तक कुल 221 यात्रियों की जांच हुई, इनमें 37 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। गुरुवार को एक भी स्पेशल ट्रेन नहीं आई थी। शुक्रवार को महाराष्ट्र से स्पेशल ट्रेन भागलपुर पहुंचेगी।
24 घंटे सभी यात्रियों की होनी है जांच
जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से जंक्शन पर 24 घंटे जांच का निर्देश दिया गया है। इसके लिए तीन काउंटर भी बनाए गए हैं। आदेश के दो से तीन दिनों तक सबकुछ ठीक चला। इसके बाद व्यवस्था चरमरा गई। कोरोना की वजह से जंक्शन पर यात्रियों की संख्या कम हुई है। इसके बाद भी 20 हजार से ज्यादा हर दिन यात्रियों का आवागमन होता है। इसके अनुपात में जांच का दायरा 10 से 12 फ़ीसद तक ही है। जंक्शन पर स्वास्थ्य शिविर के लिए बनाए गए नोडल पदाधिकारी ने बताया कि किट की कमी की वजह से जांच प्रभावित हुई। किट आने के बाद जांच में तेजी आई।