Move to Jagran APP

भारत-नेपाल सीमा पर बढ़ता जा रहा तस्‍करी का धंधा, हर दिन कार्रवाई के बाद भी नहीं दिख रहा कोई असर

भारत-नेपाल सीमा पर तस्‍करी का खेल बढ़ता ही जा रहा है। भारत का सस्‍ता सामान नेपाल और नेपाल का सस्‍ता सामान भारत तक लाया जा रहा है। इस खेल में बड़ी संख्‍या में लोग लगे हैं। हालांकि हर दिन कार्रवाई की जाती है।

By Abhishek KumarEdited By: Published: Fri, 01 Oct 2021 11:57 AM (IST)Updated: Fri, 01 Oct 2021 11:57 AM (IST)
भारत-नेपाल सीमा पर बढ़ता जा रहा तस्‍करी का धंधा, हर दिन कार्रवाई के बाद भी नहीं दिख रहा कोई असर
भारत-नेपाल सीमा पर तस्‍करी का खेल बढ़ता ही जा रहा है।

किशनगंज [शैलेश]। भारत और नेपाल के बीच रोटी-बेटी के संबंध के साथ ट्रांजिट रूट से पारस्परिक व्यापार का संबंध भी है। दोनों देश के खुली सीमा पर तय रूट से व्यापार सहित लोगों की आवाजाही एक देश से दूसरे देश में होती है। निर्धारित रूट के अलावा दोनों देश के बीच भारत के सीमावर्ती क्षेत्र स्थित किशनगंज जिला से सटे नेपाल की खुली सीमा क्षेत्र में तस्करी का कारोबार चरम पर है।

loksabha election banner

ऐसे तस्कर सरकार को बिना टैक्स दिए एक देश से दूसरे देश में खुली सीमा का फायदा उठाकर सामान तस्करी करते हैं। तस्करी का यह खेल सीमावर्ती क्षेत्र में रहने वाले लोगों का अवैध तरीके से एक व्यापार बन गया है। अधिकांश लोग खुली सीमा आने वाले तस्करी के सामान का स्थानीय स्तर पर व्यापार करते हैं। जो सरकार को बिना कर चुकाए राजस्व का नुकसान पहुंचा रहे हैं।

खुली सीमा से तस्करी के दौरान तस्कर कभी-कभार सीमा सुरक्षा में जुटे एसएसबी के हत्थे भी चढ़ते हैं। अन्यथा खुली सीमा का फायदा उठाकर चोरी-छिपे तस्करी के धंधा में संलिप्त रहता है। भारत का सस्ता सामान नेपाल और नेपाल का सस्ता सामान अवैध रूप से बिना ट्रांजिट रूट के लाकर बेचता है।

स्थिति ऐसी है कि दोनों देश के सीमा क्षेत्र से सटे निवास करने वाले अधिकांश लोग तस्करी को ही अपना रोजगार बनाए बैठे हैं। रोजगार और काम-धंधा पर ध्यान नहीं देकर ऐसे लोग दोनों देशों के बीच खुली सीमा से तस्करी पर निर्भर हो जाते हैं। सीमा पर सुरक्षा में तैनात एसएसबी द्वारा अगर पकड़े गए तो बिना टैक्स सामान आयात-निर्यात करने का जुर्माना एवं तस्करी के विभिन्न अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाती है। अन्यथा सरकार को बिना टैक्स दिए तस्करी कर अपना धंधा संचालित करते हैं।

एसएसबी कार्रवाई में पकड़े जाते हैं तस्कर

भारत और नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी के कार्रवाई में तस्कर पकड़े भी जाते हैं। इसमें अधिकांश तस्कर सीमावर्ती क्षेत्र से नजदीक के लोग ही होते हैं जिसका मुख्य काम दोनों देश के बीच सामान तस्करी करना होता है। इसमें मुख्य रूप से पेट्रोलियम पदार्थ नेपाल से भारत लाकर बेचने, मवेशी तस्करी करने, राशन का सामान भारत से नेपाल ले जाना, कपड़ा और हार्डवेयर सामान भारत से नेपाल ले जाना, शराब की खेप नेपाल से भारत लाकर बेचने, खैनी, बीड़ी, पेंट, चाइनिज सेब, इलेक्ट्रानिक सामान, यूरिया का तस्करी भारत से नेपाल करने जैसे कई चीजों की तस्करी गलगलिया, दिघलबैंक, पौआखाली, टेढ़ागाछ से सटे खुली सीमा क्षेत्र में हो रहा है। जो सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों के लिए अवैध तरीके से एक व्यापार का रूप लेता जा रहा है।

सीमा क्षेत्र पर तैनात एसएसबी के जवान तस्कर पर नजर रखते हैं। इसके लिए जगह-जगह तैनात बटालियन के जवानों द्वारा पेट्रोलिंग किया जाता है। कहीं भी तस्कर दिखने या तस्करी की सूचना पर कार्रवाई की जाती है।

ललित कुमार, एसएसबी कमांडेंट


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.