Corona virus : स्वस्थ समझने की गलती न करें, जांच जरूर कराएं
देश में यह बीमारी अभी तक उन लोगों के कारण फैली है जिन्होंने विदेश से आने की जानकारी छिपाई और यहां-वहां घूमते रहे। सबसे पहले उनके नजदीकी लोग संक्रमित हुए।
भागलपुर, जेएनएन। लॉकडाउन और शारीरिक दूरी बनाए रखने के लगातार सलाह के बावजूद कुछ लोगों की गलतियों से कोरोना वायरस का संक्रमण जिस तेजी से फैल रहा है, वह चिंताजनक है। ऐसे में मेडिकल कांउसिल ऑफ इंडिया के पूर्व सदस्य और जम्मू मेडिकल कॉलेज के मेडिसीन विभाग के विभागाध्यक्ष रहे डॉ. अनिल महाजन की सलाह काफी अहम हो जाती है।
आवागमन ठीक नहीं
जहां हैं, वहीं पर रहें। कहीं जाना, खुद के साथ दूसरों को भी मुसीबत में डालना है। भीड़ में कहीं जाना कोरोना को मोल लेना ही है। कई बार लोग समझ लेते हैं कि वह तो सुरक्षित हैं, ऐसी गलती न करें। चेन को तोड़ कर ही इसे खत्म किया जा सकता है।
ट्रैवल हिस्ट्री न छिपाएं
देश में यह बीमारी अभी तक उन लोगों के कारण फैली है, जिन्होंने विदेश से आने की जानकारी छिपाई और यहां-वहां घूमते रहे। सबसे पहले उनके नजदीकी लोग संक्रमित हुए। अगर किसी का इम्यून सिस्टम अच्छा है तो उसमें बीमारी के लक्षण देर से नजर आते हैं, लेकिन इस दौरान वह दूसरों को संक्रमित करता रहता है। संपर्क में आए लोगों की जांच कराएं और खुद को क्वारंटाइन में रखें।
मुंह, नाक और आंखों को न छुएं
मास्क सबके लिए आवश्यक नहीं। अगर खांसी-बुखार हो तो मॉस्क पहनना चाहिए। हाथ धोने के लिए साबुन ही बेहतर है। किसी भी साबुन से बीस सेकेंड तक अच्छी तरह से हाथ धोएं। सैनिटाइजर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। सबसे जरूरी है कि अपने मुंह, नाक और आंखों को न छुएं। इससे संक्रमण फैल सकता है।
जरूरी हो तभी जाएं अस्पताल
कुछ लोग छोटी सी बात पर अस्पताल पहुंच जाते हैं। इससे बचें। डॉक्टर से फोन पर सलाह लें। अगर बीमारी गंभीर है, तभी अस्पताल जाएं। पूरी एहतियात बरतें। मॉस्क अवश्य पहनें। अगर कोई साथ जा रहा है तो वह भी मास्क पहने।
अफवाहों पर विश्वास न करें
अभी इसकी कोई दवा नहीं बनी है। इसीलिए अफवाहों पर विश्वास न करें और डॉक्टर की सलाह के बगैर कोई दवा न लें। खाने में पौष्टिक आहार लें। अपनी प्रतिरोधिक शक्ति को बढ़ाएं। इससे भी संक्रमण की आशंका कम हो सकती है।