Corona virus : प्रवासियों के लिए रेलवे चिंतित, बढ़ाई रफ्तार, 43 मिनट पहले पहुंची ट्रेन
रेल अधिकारियों से पल-पल की रिपोर्ट लेते दिखे। कोच के अंदर ही सभी प्रवासियों को फॉर्म भरवाए गए। फॉर्म भरने के बाद एक-एक कर लोग बाहर निकले।
भागलपुर, जेएनएन। लॉकडाउन में दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासियों के आने का सिलसिला तीसरे दिन जारी रहा। भागलपुर जंक्शन पर पंजाब के अंबाला से 1311 प्रवासियों को लेकर स्पेशल ट्रेन पहुंची। एलएबी रैक वाले ट्रेन में कुल 24 स्लीपर कोच लगे थे। रैक बदलने के कारण ट्रेन की रफ्तार भी दूसरों की अपेक्षा ज्यादा थी, इस वजह से ट्रेन 43 मिनट पहले ही पहुंच गई। ट्रेन शाम 5.15 की जगह 4.32 पहुंची।
मालदा मंडल के डीआरएम रेल अधिकारियों से पल-पल की रिपोर्ट लेते दिखे। कोच के अंदर ही सभी प्रवासियों को फॉर्म भरवाए गए। फॉर्म भरने के बाद एक-एक कर लोग बाहर निकले। प्लेटफॉर्म पर बने घेरा में रहकर हेल्थ काउंटर पर पहुंचे। काउंटर पर तैनात स्वास्थ्यकर्मियों ने थर्मल स्क्रीनिंग की। इसके बाद सैनिटाइजर से सभी ने हाथ साफ किए। इसके बाद नाश्ते का पैकेट और पानी की बोतल दी गई। प्रवासियों के कपड़ों पर सैनिटाइजर का छिड़काव किया गया। इसके बाद सभी को अपने-अपने जिलों के बसों पर बिठाकर रवाना किया गया। किसी से टिकट के पैसे नहीं लिए गए।
छात्र ने धरती को किया नमन
पंजाब से पहुंची स्पेशल ट्रेन से कई छात्र भी आए। ट्रेन से उतरने के बाद उन लोगों ने धरती को नमन किया। प्रवासियों के चेहरे पर खुशी दिखी। राहुल ने बताया कि वह वहां रहकर पढ़ाई करता है। लॉकडाउन में फंस गए थे, घरवालों से बातचीत हो रही थी, लेकिन आने का कोई साधन नहीं था। प्रधानमंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री की जितनी प्रशंसा की जाए, कम है। वहीं, लुधियाना में काम करने वाले रिजवान, विशुदेव ने बताया कि वे लोग कपड़ा फैक्ट्री में काम करते थे। प्रवासियों ने कहा कि अपने गृह जिलों में काम मिल जाए तो उनलोगों को बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी। लॉकडाउन में पैसे समाप्त हो गए थे, खाने के लाले पड़ गए थे। प्रवासियों ने कहा कि उनके कई साथी पैदल ही पंजाब से घर आ गए हैं।
जिलाधिकारी और एसएसपी अधिकारियों के साथ थे मुस्तैद
ट्रेन आने से पहले ही जिलाधिकारी प्रणव कुमार, एसएसपी आशीष भारती, सहायक जिलाधिकारी आशुतोष द्विवेदी, सिटी डीएसपी राजवंश सिंह, जिला परिवहन अधिकारी व अन्य अधिकारी स्टेशन पर डटे थे। ट्रेन जैसे ही प्लेटफॉर्म नंबर एक पर लगी। अधिकारियों ने तालियां बजाकर सभी प्रवासियों का स्वागत किया।
65 बसों से सभी को भेजा गया
जिला प्रशासन की ओर से परिवहन विभाग ने भागलपुर, नवादा, लखीसराय, बेगूसराय, खगडिय़ा, मुंगेर जाने वाले प्रवासियों के लिए 65 बसों की व्यवस्था की थी। इसमें शहरी क्षेत्र के लिए 10 रिंग बसें थीं। अधिकारियों ने बताया कि नौ सौ के करीब दूसरों जिलों के प्रवासी थे।
दानापुर में मिली खिचड़ी
अनिता कुमारी, श्याम सुंदर, रिजवान, शंकर प्रसाद, विष्णुदेव ने बताया कि अंबाला से ट्रेन शुक्रवार को खुली थी। ट्रेन खुलने के बाद रेलवे की ओर से भोजन और पानी की बोतलें दी गई। इसके बाद दानापुर स्टेशन पर रेलवे की ओर से खिचड़ी और चटनी दिया गया। इस दौरान कुछ प्रवासियों को भोजन भी नहीं मिल सका। दानापुर में रेल पुलिस के जवानों ने भोजन वितरण के दौरान बदसलूकी भी की।