मुंगेर में परिवहन संवेदक कर रहे गरीबों के निवाले की रखवाली, समझिए राशन का पूरा खेल
मुंगेर सदर बरियापुर व जमालपुर प्रखंड के एसएफसी गोदाम में कई महीनों से एजीएम का पद है रिक्त। असरगंज व संग्रामपुर के एजीएम को मिला है प्रभार काम में हो रही परेशानी किसी को देखने का फुर्सत नहीं।
जागरण संवाददाता, मुंगेर। गरीबों का निवाला यानि सरकारी खाद्यान आपूर्ति प्रबंधन की व्यवस्था पूरी तरह प्रभार में चल रहा है। जी हां, सदर अनुमंडल के तीन प्रखंड मुंगेर सदर, जमालपुर और बरियापुर में एसएफसी (स्टेट फूड एंड सिविल सप्लाई) गोदाम के सहायक प्रबंधक (एजीएम) का पद कई माह से रिक्त है। इन गोदामों एजीएम के तौर पर असरगंज व संग्रामपुर के एजीएम को प्रभार दिया गया है। जो कभी कभार ही इन गोदाम में आते हैं, कहा जाए तो ये गोदाम प्रबंधन के लिए कम, कागजी कार्रवाई तक ही समिति रह गए है। ऐसे में पीडीएस गोदाम में सरकारी खाद्यान के पूरे प्रबंधन की व्यवस्था स्टेप डोर टू डोर आपूर्ति करने के लिए बहाल परिवहनकर्ता पर ही निर्भर है।
न रोस्टर बन रहा, न अनाज की गुणवत्ता
इस हाल में पीडीएस दुकानों तक खाद्यान की आपूर्ति का न तो कोई रोस्टर होता है और न ही अनाज के गुणवत्ता व वजन की कोई गारंटी होती है। अनाज की गुणवत्ता और सही वजन को लेकर पीडीएस डीलर लगातार विभागीय अधिकारी से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन उनकी गुहार उनके आवेदन तक ही सिमट कर रह जाती है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2011 के तहत पीडीएस खाद्यान की आपूर्ति डीलरों की दुकान तक पहुचाना है, लेकिन व्यवहारिक पहलू यह है कि डीलरों को खाद्यान के लिए एसएफसी गोदाम तक जाना पड़ता है। यदि वे नहीं गए तो उनकी दुकानों तक पहुचने वाले खाद्यान का स्तर काफी घटिया होता है, गोदाम से दुकान तक खाद्यान पहुंचाने के क्रम में वाहन मजदूर की ओर से खाद्यान की भी चोरी की जाती है।
कोई सुनता ही नहीं, क्या करें
फेयर प्राइस डीलर एसोसियेशन जिलाध्यक्ष जयप्रकाश साह लगातार शिकायत के बाद भी परिवहनकर्ता पर कार्रवाई नहीं होती है। कोई कुछ सुनता ही नहीं क्या करें। जिला से लेकर राज्यस्तर तक के वरीय अधिकारियों को प्रत्राचार भी कर रहे है वावजूद परिवहन कर्ता अपने रवैया नहीं बदल रहे है।
सही से हो रहा गोदाम का संचालन
एसएफसी के जिला प्रबंधक रविशंकर ने कहा कि प्रभारी एजीएम भी गोदाम का संचालन सही तरीके से कर रहे हैं। डीलरों को सही समय पर सही खाद्यान की आपूर्ति की जाती है। परिवहनकर्ता की ओर किसी प्रकार की अनियमितता की जाती है तो इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।