कटिहार: मक्का आधारित उद्योग से बदल जाएगी कोसी की तस्वीर, लगातार बढ़ रहा मक्का के खेती का रकबा
मक्का आधारित उद्योग से कोसी क्षेत्र की तस्वीर बदल जाएगी। यहां पर मक्के की खेती का रकबा लगातार बढ़ते जा रहा है। लेकिन इसके बाद भी यहां पर मक्का आधारित उद्योग लगाने पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इससे स्थानीय लोग रोजगार के लिए...
संवाद सूत्र, आजमनगर (कटिहार)। क्षेत्र के बड़े रकवे पर लहलहा रहे मक्के की फसल से अब मक्का आधारित उद्योग स्थापना की मांग जोर पकडऩे लगी है। साल दर साल मक्के के बढ़ते रकवे से इस मांग को संबल भी मिल रहा है। कभी क्षेत्र विशेष व छोटे रकवे तक सीमित मक्के की खेती अब वृहत पैमाने पर हो रही है और हर छोटे-बड़े किसान को इस खेती में फायदा नजर आ रहा है।
विभिन्न खाद्य उत्पादों में भारी मात्रा में खपत होने के कारण बाजार में मक्के की मांग अधिक है। इसलिए मक्के की खेती में किसानों को फायदा नजर आ रहा है।पर लागत के अनुरुप फायदा अब भी किसानों से ज्यादा खरीदारी कर रहे बिचौलिये ही कमा रहे हैं। इसलिए किसान अब क्षेत्र में मक्का आधारित उद्योग स्थापना की आवश्यकता जता रहे हैं। कभी जुट मिल कटिहार में किसान व मजदूरों का आसरा था, जो अब बंद पड़ा है और जुट की खेती भी किसान भूल गये।
मक्का किसानों की क्या है राय :-क्षेत्र के बड़े मक्का किसान अब मक्का आधारित उद्योग की स्थापना में किसान व मजदूरों की भलाई देख रहे है। जानकीनगर के हाजी सैफूद्दीन,संजीव कुमार राय,सूर्यनारायण मंडल,पृथ्वी ङ्क्षसह,आले रसूल आदि किसानों ने कहा कि इससे काफी हद तक मक्का किसानों की समस्या दूर हो जायेगी।मक्के का बेहतर समर्थन मूल्य मिलने से किसानों को बेहतर लाभ मिलेगा।साथ ही क्षेत्र के मजदूरों को भी रोजगार मिलेगा।
प्राणपुर विधायक निशा सिंह नें कहा कि किसानों की मांग जायज है। अगर क्षेत्र में मक्का आधारित उद्योग की स्थापना होती है तो मक्का की खेती व किसानों को बल मिलेगा। साथ हीं पलायन पर भी रोक लगेगी। इस मांग को विधानसभा के माध्यम के मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का काम किया जाएगा।