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मुंगेर में छलका बाढ़ पीड़ितों का दर्द, न घर चाहिए न पैसा, दो वक्त के भोजन की हो व्यवस्था

मुंगेर में छलका बाढ़ पीड़ितों का दर्द। बाढ़ प्रभावित सिंघिया पंचायत के भागवत साह टोला रंजन महतो टोला सर्वोदय टोला का। 13 दिनों से घरों में जमा है बाढ़ का पानी सुविधा के नाम पर कागजी खानापूर्ति। 500 सौ परिवार बाढ़ से है प्रभावित।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Thu, 19 Aug 2021 02:58 PM (IST)Updated: Thu, 19 Aug 2021 02:58 PM (IST)
मुंगेर में छलका बाढ़ पीड़ितों का दर्द, न घर चाहिए न पैसा, दो वक्त के भोजन की हो व्यवस्था
13 दिनों से घरों में जमा है बाढ़ का पानी।

संवाद सहयोगी, जमालपुर (मुंगेर)। जमालपुर प्रखंड के सिंघिया पंचायत की कई वार्ड बाढ़ की चपेट में है। भागवत साह टोला व रंजन महतो टोला के अलावा सर्वोदय गांव पूरी तरीके से प्रभावित है। दुखी मन से शहजादी खातून कहती है इस बार बाढ़ की हालत 1971 व 76 जैसी है। हम लोग दाने-दाने के लिए मोहताज हैं। राहत के नाम पर अभी तक प्रशासन की ओर से कुछ भी मुहैया नहीं कराया गया है। हर घर में दो से तीन फीट पानी जमा हुआ है, जिस कारण दो-तीन दिन से घरों में चूल्हा नहीं जला है। हाल-चाल जानने को लेकर अधिकारी आते हैं और नाम लिख कर चले जा रहे रहे हैं। भूख से परिवार और बच्चे तड़प रहे हैं। प्रशासन को चाहिए कि पहले जीने के लिए दाना-पानी का इंतजाम कराएं। पंचायत की जनता के इस दर्द पर मरहम लगाने को लेकर मुखिया प्रतिनिधि बबलू उर्फ जमाल मलिक ने कहा कि उनका घर बाढ़ की चपेट में है, फिर भी जनता के सेवा में लगे हैं, खुद के स्तर पर बन पर रहा है,उसे पूरा करने का प्रयास चल रहा है।

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बाढ़ पीडि़तों ने मुखिया के गाड़ी को रोका।

सिंघिया पंचायत के कई वार्डों में बाढ़ का पानी घर में फैल जाने से ग्रामीण परेशान है। मुखिया प्रतिनिधि के गाड़ी को रोक कर बाढ़ पीडि़तों को तुरंत सहायता दिलाने की मांग कर की। आक्रोशित ग्रामीणों को मुखिया प्रतिनिधि बबलू मलिक ने जब गाड़ी से उतर कर लोगों को समझाया तो ग्रामीण शांत हुए। मुखिया प्रतिनिधि ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि आप लोगों के बदौलत ही है। आपके दुख दर्द को समझ रहे हैं।

सूची में गड़बड़ी से ग्रामीणों में रोष

बाढ़ राहत के सूची में सिंघिया पंचायत में हुई गड़बड़ी को लेकर ग्रामीण नीरज, दिनेश यादव, राजू यादव, मुरारी सहित कई ने अपना रोष जताते हुए कहा कि अभी भी पंचायत के लगभग 17 सौ परिवारों का सूची सही से तैयार नहीं हुआ है। अधिकारी, बीएलओ व दलालों के इशारे पर जो सूची तैयार हुआ है। ज्यादातर जरूरतमंद लोगों को वंचित रखा गया है।

खुले में शौच जाने को विवश

बाढ़ का पानी जैसे ही गांव घरों में प्रवेश कर जाने से लोगों लोगों को तरह-तरह की समस्याएं का सामना करना पड़ रहा है। महिलाओं को शौच जाने में परेशानी हो रही है। पंचायत की मुखिया तहसीन निषात शासन प्रशासन से मांग करते हुए प्रभावित गांव में चलंत शौचालय के साथ पेयजल की व्यवस्था सुदृढ़ करने की मांग की। प्रखंड विकास पदाधिकारी नंदकिशोर व अंचलाधिकारी जयप्रकाश ने कहा कि ग्रामीणों को हर संभव मदद किया जा रहा है।


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