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भागलपुर सैंडिस कंपाउंड के अस्तित्‍व में छेड़छाड़ नहीं की जाएगी बर्दाश्‍त, हाईकोर्ट में जनिहत याचिका

सैंडिस कंपाउंड के सुंदरीकरण कार्य के विरोध में समिति ने हाईकोर्ट में लगाई गुहार। जनहित याचिका पर न्यायालय ने कहा चार सप्ताह में संबंधित अधिकारी को दे प्रस्ताव। चार माह में अधिकारी के जवाब व समस्या निदान से नहीं हुए संतुष्ट तो रजिस्टार से करें अपील।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Tue, 28 Sep 2021 10:11 AM (IST)Updated: Tue, 28 Sep 2021 10:11 AM (IST)
भागलपुर सैंडिस कंपाउंड के अस्तित्‍व में छेड़छाड़ नहीं की जाएगी बर्दाश्‍त, हाईकोर्ट में जनिहत याचिका
भागलपुर सैंडिस कंपाउंड में लगातार सुंदरीकरण किया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। शहर का सैंडिस कंपाउंड शहरवासी का हृदय स्थल है। सुबह से लेकर शाम तक लोग प्राण वायु के लेकर पहुंचते हैं। पर्यावरण व हरियाली वाले इस परिसर में पेड़ों की कटाई व इसके मूल संरचना से छेडछाड़ विरोध में जयप्रकाश उद्यान सह सैंडिस कंपाउंड विकास समिति ने हाईकोर्ट में जनिहत याचिका दर्ज की थी। पहले इसी समिति ने स्मार्ट सिटी के कार्यों को लेकर अपनी ओर से सहमति दी। अब समिति ने आपत्ति दर्ज कर दी। पक्का निर्माण व वृक्षों की कटाई व पैरेड मैदान में ड्रेनेज सहित खेल भवन निर्माण का विरोध जताया है।

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समिति की ओर से अमरनाथ गोयनका ने हाईकोर्ट में 14 सितंबर को जनिहत याचिका दर्ज की थी। उन्हेांने 20 सितंबर को न्यायालय ने याचिका के अन्तर्गत आदेश देते हुए कहा कि याचिकाकर्ता आदेश के तारीख से चार सप्ताह के अंदर संबंधित अधिकारियों को अपनी मांग व समस्या से अवगत कराएं। इसके बाद अधिकारी को चार महीने के अंदर इसके निराकरण करने का निर्देश दिया है। इसके बाद भी याचिकाकर्ता उस निराकरण से संतुष्ट नहीं है तो याचिका कर्ता हाईकोर्ट में अपनी याचिका रजिस्टार के पास दर्ज करा सकते हैं। जिसे प्राथमिकता के आधार पर सुनवाई होगी।

सोमवार को सैंडिस कंपाउंड में प्रेस कांफ्रेंस कर समिति के सदस्यों व याचिका कर्ता ने बताया कि स्मार्ट सिटी का कार्य सैंडिस में शुरू कराने के लिए जिला प्रशासन ने पहले विश्वास में लिया। इसके बाद समिति ने कार्य कराने की सहमति दी। 2018 में डीएम की अध्यक्षता में पांच अधिकारी व छह समिति सदस्यों की स्टेङ्क्षरग कमेटी का गठन हुआ। जिसमें सैंडिस में होने वाले कार्यो की जानकारी दी जानी थी। लेकिन अब तक जिला प्रशासन ने एक भी बैठक नहीं बुलाई और ना ही योजना की जानकारी दी। स्मार्ट सिटी का कार्य शहर के विकास के लिए है ना की विनाश के लिए। इस तरह से सैंडिस में कार्य कराए जा रहे हैं जिससे यहां की मूल संरचना समाप्त हो जाएगी। इस पार्क का व्यवसायिक इस्तेमाल करने की तैयारी की जा रही है। पूर्व वाकवे में मोरंग बिछा था लेकिन इसका भी पक्कीकरण कर दिया गया। स्वीमिंग पुल के लिए पौधे की कटाई हुई।

चारदीवारी के किनारे वेंडिंग जोन की तैयारी है। जीर्णोद्धार कार्य के बदले पक्का निर्माण किया जा रहा है। स्मार्ट सिटी के अधिकारी जवाब तक नहीं देना चाहते हैं। समिति ने कहा यह कोर्ट का उल्लंघन है। बुके देने वालों को स्मार्ट सिटी के परामर्शदातृ समिति में शामिल किया गया है। अब जनता से सैंडिस कंपाउंड के कार्यो को लेकर सुझाव लिया जायजा। इसके बाद डीएम को समिति अपना सुझाव भी देगा। इस मौके पर दिलीप राय, पवन कुमार साह, रवि कुमार, रामेन्द्र ज्योति शंकर, डा. अजीत कुमार व मनोज कुमार आदि शामिल थे।


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