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भागलपुर में नल-जल योजना का हाल... स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों तक नहीं पहुंचा पानी, कागज पर काम हो गया पूरा

भागलपुर में नल-जल योजना का हाल ठीक नहीं है। यहां पर 1750 स्कूल और 2940 आंगनबाड़ी केंद्रों पर नल जल का पानी पहुंचना था लेकिन अब तक महज 50 फीसद काम अधूरा है। जबकि फाइलों में काम पूरा कर दिया गया है।

By Abhishek KumarEdited By: Published: Tue, 13 Apr 2021 07:20 AM (IST)Updated: Tue, 13 Apr 2021 07:20 AM (IST)
भागलपुर में नल-जल योजना का हाल... स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों तक नहीं पहुंचा पानी, कागज पर काम हो गया पूरा
भागलपुर में नल-जल योजना का हाल ठीक नहीं है।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। पीरपैंती प्रखंड में 197 विद्यालयों में नल-जल योजना का कार्य 31 मार्च तक पूरा होना था। इसके लिए पंचायती राज विभाग ने नवंबर में आदेश जारी किया था। 31 मार्च बीत जाने के बाद भी 107 विद्यालयों में नल का जल नहीं पहुंच पाया है। 76 स्कूलों में पंचायत के स्तर से और 76 स्कूलों में पीएचइडी के स्तर से काम होना था। लेकिन अभी तक मात्र 90 स्कूलों में नल का जल पहुंच पाया है।

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पीरपैंती प्रखंड तो उदाहरण मात्र है। जिले के सभी प्रखंडों में नल-जल योजना का बुरा हाल है। कागज पर स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्रों पर शतप्रतिशत काम पूरा हो गया है। इसकी जानकारी जिला प्रशासन की ओर से विभाग को भेज दी गई है। लेकिन हकीकत कुछ और ही है। अभी तक 50 फीसद भी काम पूरा नहीं हो पाया है। जिले में करीब 875 प्राथमिक, 875 माध्यमिक और 2940 आंगनबाड़ी केंद्र में नल का जल पहुंचना था।

प्राथमिक विद्यालय में पांच नल का कनेक्शन लगना था। दो कनेक्शन पीने के लिए, एक कनेक्शन किचन में, एक-एक कनेक्शन महिला व पुरुष शौचालय में लगना था। माध्यमिक विद्यालय में सात कनेक्शन और आंगनबाड़ी केंद्रों में तीन कनेक्शन लगना था। आवासीय इलाकों में जो स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र हैं, वहां वार्डों में हुई बोङ्क्षरग से पानी पहुंचना था, जबकि आवासीय इलाकों के बाहर के स्कूलों में, जहां वार्डों से पानी पहुंचने में दिक्कत होगी, वहां स्कूल के चापाकल में मोटर लगाकर स्कूल के अंदर तक पानी पहुंचाने की बात थी।

स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र के उपर टंकी विद्यालय विकास कोष से बैठाना था। यह कार्य 15 मार्च तक पूर्ण हो जाना था। लेकिन अभी तक 50 फीसद स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों तक ही नल का जल पहुंच पाया है। जिला प्रशासन के आंकड़ों की मानें तो 763 स्कूलों में नल का जल नहीं पहुंच पाया है। नाथनगर, जगदीशपुर, सबौर, गोारडीह, सुल्तानगंज, शाहकुंड, बिहपुर, नवगछिया, कहलगांव, पीरपैंती आदि प्रखंडों में आधे से अधिक आंगनबाड़ी केंद्रों तक नल का जल नहीं पहुंच पाया है। डीएम सुब्रत कुमार सेन ने पीएचइडी और पंचायती राज विभाग के अधिकारियों को दस दिनों के अंदर काम को पूरा करने का आदेश दिया है। यह आदेश आठ अप्रैल को समीक्षा बैठक में डीएम ने दिया है।

25 नवंबर को मिला था आदेश

25 नवंबर 2020 को मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना एवं गली-नाली पक्कीकरण योजना की समीक्षा के दौरान पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव व लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के सचिव ने वीडियो कांन्फ्रेंसिंग के दौरान विभागीय अधिकारियों को स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों तक नल का जल पहुंचाने का आदेश दिया था। आदेश मिलते ही विभाग की ओर से कवायद शुरू हुई थी, लेकिन हर योजना की तरह यह योजना भी पूरी तरह पूरा नहीं हो पाया है।

अधिकांश स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्रों तक नल का जल पहुंच गया है। जहां बचा है, वहां तेजी से काम कराने के लिए कहा गया है। -प्रमोद कुमार पांडेय, वरीय पदाधिकारी, जिला पंचायती राज विभाग  


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