पूर्णिया में पेड़ से लटका मिला विवाहिता का शव, पुलिस को सूचना दिए बिना सरपंच ने करा दिया मिट्टी में दफन
पूर्णिया में पेड से महिला का शव लटका मिलने के बाद सनसनी फैल गई। महिला की पहचान धरहर निवासी जोगी महतो की पुत्री बिनीता देवी के रूप में हुई। हालांकि पुलिस के पहुंचने के पहले ही शव को मिट्टी में दफन कर दिया गया।
संस,धमदाहा (पूर्णिया)। धमदाहा थाना क्षेत्र के धरहर गांव में रविवार की सुबह पेड़ से लटका एक विवाहिता का शव मिलने से सनसनी फैल गई , बाद में उस महिला की पहचान धरहर निवासी जोगी महतो की पुत्री बिनीता देवी के रूप में हुई। इस बाबत जोगी महतो ने बताया कि मेरी बेटी शनिवार की रात्रि करीब 1 बजे घर से लापता हो गई जिसके बाद हमलोगों ने पूरी रात उसे आस पास ढूंढा लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। इसके बाद हमलोग अहले सुूबह लगभग 3 बजे धमदाहा थाना गए जहां हमें कहा गया कि अभी घर जाइये सुबह में आइयेगे।
इसके बाद हमलोग वापस अपने घर लौट गए एवं सुबह होने पर जब गांव के कुछ लोग शौच करने गए तो उन्होंने देखा कि मेरी बेटी का शव पेड़ पर लटका हुआ है। इसके बाद हमलोगों को इसकी सूचना मिली एवं हमलोग वहां पहुंचे और शव को उतारकर अपने दरवाजे पर लाया और मेरे दामाद ने जो कि 2 दिन पहले हीं यहां आए हुए थे। उन्होंने जब इसकी सूचना धमदाहा पुलिस को देनी चाही की सुनीता का शव मिला है तो हमारे पंचायत के सरपंच लाला प्रसाद महतो जो कि हमारे पड़ोसी भी हैं, उन्होंने हमें रोक दिया कि पुलिस के चक्कर में मत पड़ो। जल्दी से शव का अंतिम संस्कार कर दो ।
सरपंच द्वारा दबाव बनाए जाने के कारण हमलोगों ने शव को गांव के हाट से कुछ दूरी पर जाकर मिट्टी के अंदर दफना दिया,। इधर इस पूरे मामले को लेकर धमदाहा पुलिस को मंगलवार को इसकी जानकारी मिली एवं बुधवार की सुबह धमदाहा थाने के एसआई सुचिन्द्र मंडल सुनीता के घर पहुंचे एवं सुनीता के पिता से पूछताछ करते हुए घटना की जानकारी ली। इस दौरान सुनीता के पिता ने पुलिस के समक्ष बताया कि सुनीता का शव पेड़ में उसके दुपट्टा का फंदा गले में डालकर लटका हुआ था एवं उसका मोबाइल उसी के शव के पास पड़ा हुआ था।
जिसमे लास्ट रिसीव कॉल में एक नम्बर था उसी के द्वारा बुलाए जाने के बाद सुनीता घर से निकली होगी। सुनीता के पिता ने पुलिस के समक्ष ये भी बताया कि मेरी बेटी को मारकर वहां लटकाया गया है एवं सरपंच के दबाव में आकर ही मैंने शव मिलने की सूचना पुलिस को नहीं दिया,चूंकि मैं काफी गरीब आदमी हूं एवं इसलिए मैं सरपंच की बात को काट नहीं पाया। वहीं जब इस संबंध में धमदाहा थानाध्यक्ष राजकिशोर शर्मा से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि थाने से एसआई सुचिन्द्र मंडल को पता करने भेजा गया है। लेकिन पीडि़त पक्ष से न तो कोई थाना आया है न हीं इस मामले का कोई लिखित शिकायत किया है।