उर्जा का खान है शकरकंद... कैंसर से भी करता है रक्षा, जानिए... आयुर्वेद चिकित्सक ने क्या कहा Khagaria News
शकरकंद में काफी पोषक तत्व व औषधीय गुण है। यह कैंसर बीमारी में भी फायदेमंद है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटीकैंसर गुण पाए जाते हैं। इतना ही नहीं मधुमेह में भी यह फायदेमंद है।
खगडिय़ा [जेएनएन]। शकरकंद एक कंद फल है, जो जमीन के अंदर मिट्टी में फलता है। शकरकंद न सिर्फ पौष्टिक है, बल्कि स्वास्थ्य व उर्जावर्धक भी है। यह कैंसर जैसे रोग में भी लाभदायक है। इसे आलू की प्रजाति मना गया है। अंग्रेजी में इसे स्वीट पोटायटो कहा जाता है। पौष्टिकता से भरपूर इस कंद फल के कई गुण व फायदे हैं।
मुख्यत: शकरकंद दो तरह के होते हैं। एक आलू के रंग जैसा, तो दूसरा लाल होता है। दोनों सेहत के लिए फायदेमंद है। सर्दी के मैसम में इसकी फसल तैयार होती है। लेकिन धीरे-धीरे इसकी खेती का रकबा घटता जा रहा है। एक तरह से यह भी विलुप्ति के कगार पर है।
आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. विकास चंद्र के अनुसार शकरकंद में काफी पोषक तत्व व औषधीय गुण है। यह कैंसर जैसी गंभीर बीमारी में भी फायदेमंद है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटीकैंसर गुण पाए जाते हैं। इतना ही नहीं मधुमेह में भी यह फायदेमंद है। इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होती है। जो बल्ड शुगर की मात्रा नियंत्रित रखने में मदद करती है। इसमें फाइबर की मात्रा भी अधिक होती है जो मधुमेह के इलाज में चमत्कारिक रूप से काम कर सकता है। इसे खाने से पाचन शक्ति भी दुरुस्त रहती है। मौजूद फाइबर पाचन शक्ति बढ़ाने के साथ-साथ कब्ज और पाचन संबंधी समस्याओं से छुटकारा दिलाता है।
इसमे विटामिन-सी की मात्रा भी अधिक होती है, जो शरीर के प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कारगर साबित होती है। इसमें फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन-बी पाए जाते हैं। एंटीऑक्सीडेंट और अन्य मिनरल्स से भरपूर शकरकंद में पाए जाने वाला बीटा-कैरोटीन अस्थमा व श्वास संबंधी समस्याओं में भी लाभकारी होता है। इसमें मौजूद मैग्नीशियम, पोटैशियम, विटामिन-ए भी लाभकारी है।
इसके नियमित सेवन से मस्तिष्क की कार्य क्षमता व यादाश्त भी बढ़ती है। इसमे मौजूद विटामिन-ए और सी आंखों की रोशनी बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। मोतियाबिंद जैसी गंभीर समस्या से भी छुटाकारा दिलाती है। इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर से हानिकारक तत्वों को बाहर निकाल स्वास्थ्य को ठीक रखता है।शकरकंद किडनी और दिल की समस्या से परेशान लोगों के लिए नुकसानदेह हो सकता है। पेट दर्द के मरीज को भी इससे परहेज करना चाहिए।