घटना की जांच करने पहुंची पुलिस तो ग्रामीणों ने बनाया बंधक, आगे जानने के लिए यह पढ़ें
एक केस के अनुसंधान में खगडिय़ा जिले के परबत्ता थाना क्षेत्र के खीराडीह गांव पहुंची पुलिस टीम को रविवार को ग्रामीणों के जबर्दस्त आक्रोश का सामना करना पड़ा। फिर क्या हुआ...
खगडिय़ा (जेएनएन)। एक केस के अनुसंधान में खगडिय़ा जिले के परबत्ता थाना क्षेत्र के खीराडीह गांव पहुंची पुलिस टीम को रविवार को ग्रामीणों के जबर्दस्त आक्रोश का सामना करना पड़ा। उन्होंने परबत्ता थाने के जमादार चंदन कुमार झा समेत अन्य पुलिस बल को घेरकर घंटों बंधक बनाए रखा। लोगों ने गांव की मुख्य सड़क को भी जाम कर दिया। जाम स्थल पर उन्होंने जमकर पुलिस विरोधी नारे लगाए।
इसकी सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंचे दारोगा केशव पाठक को भी उनके आक्रोश का सामना करना पड़ा। जानकारी के अनुसार, एक केस के अनुसंधान में थानाध्यक्ष के निर्देश पर परबत्ता थाने के जमादार चंदन कुमार झा दल-बल के साथ खीराडीह गांव पहुंचे थे। पुलिस गाड़ी को देखते ही कुछ स्थानीय लोग गुस्से में आ गए और जमादार के साथ उनकी कहासुनी हो गई।
स्थानीय लोगों के अनुसार, 18 अक्टूबर को वरुण यादव ने रास्ते पर शौचालय निर्माण कर रहे संजय पासवान को ऐसा करने से रोका था। इस पर वरुण यादव के साथ मारपीट की गई थी। थाने में दोनों पक्षों ने शिकायत पत्र दिए थे। लेकिन पुलिस ने बरुण कुमार यादव का मामला दर्ज नहीं किया और संजय पासवान की शिकायत को लेकर आधा दर्जन लोगों पर कथित रूप से झूठा मुकदमा दायर कर दिया गया।
आक्रोशित लोगों का आरोप था कि जान-बूझकर एक जाति विशेष के लोगों को परेशान किया जा रहा है। सूचना मिलने पर परबत्ता थानाध्यक्ष विनोद कुमार ङ्क्षसह व सीओ चंद्रशेखर खीराडीह गांव पहुंचे। उनके द्वारा ग्रामीणों को समझाने-बुझाने के बाद मामला शांत हुआ और जमादार समेत पुलिस बल परबत्ता लौटे।
गोगरी एसडीपीओ पीके झा ने कहा कि खीराडीह गांव में पुलिस को घेरकर घंटों सड़क बाधित करने की सूचना मिली है। मामले की छानबीन की जा रही है। संबंधित लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। अगर वरुण यादव मामला दर्ज कराना चाहते हैं, तो उनके आवेदन पर भी मामला दर्ज किया जाएगा।