बच्चों की पढ़ाई से पहले गुरुजी की लगेगी क्लास, शिक्षा विभाग ने जारी किया निर्देश
जिले के मध्य उच्च और उच्चत्तर विद्यालयों में आनन-फानन में ऑनलाइन पढ़ाने की घोषणा तो कर दी है। लेकिन हकीकत यह है कि गुरुजी को ऑनलाइन पढ़ाने का तरीका ही नहीं मालूम है।
भागलपुर, जेएनएन। शिक्षा विभाग ने लॉकडाउन तक जिले के मध्य, उच्च और उच्चत्तर विद्यालयों में आनन-फानन में ऑनलाइन पढ़ाने की घोषणा तो कर दी है। लेकिन, हकीकत यह है कि गुरुजी को ऑनलाइन पढ़ाने का तरीका ही नहीं मालूम है। अब जब विभाग का आदेश है तो ऐसे में ऑनलाइन पढ़ाने के लिए गुरुजी की क्लास लगेगी। सर्व शिक्षा अभियान में आइटी किए कर्मियों को गुरुजी को ट्रेंड करने के लिए कहा गया है। जिन शिक्षकों को एप और व्हाट्सएप के माध्यम से पढ़ाने नहीं आता उन्हें एक घंटे की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद बच्चों को ऑनलाइन ज्ञानवद्र्धन करेंगे।
सातवीं से ग्यारहवीं को पढ़ाना है
पहले फेज में जिले के मध्य, उच्च और उच्चतर विद्यालयों में पढऩे वाले सातवीं से ग्यारहवीं तक के बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाना है। जिले में 250 के करीब उच्च और उच्चत्तर स्कूल है और चार के आसपास मध्य विद्यालय है। इसमें से पढऩे वाले लगभग चार लाख बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाना है। इन बच्चों को उन्नयन ऐप और वर्ग एक से पांचवीं तक को दीक्षा नेशनल टीचर्स प्लेटफॉर्म फोर इंडिया के माध्यम से पढ़ाई करने को कहा गया है।
नंबर ऊपर करने के बाद जोड़ा जा रहा एप से
जिले के 90 फीसद सरकारी स्कूलों के प्रधान के पास बच्चों और अभिभावकों का मोबाइल नंबर अभी तक उपलब्ध तक नहीं हुआ है। अभी तक चार स्कूलों में एक हजार बच्चों को नंबर मिला है तो उसे एप से जोड़कर पढ़ाई कराई जा रही है। शिक्षा विभाग का ऑनलाइन पढ़ाई की योजना सफल होता नहीं दिख रहा।
-अभी चार उच्च विद्यालयों में ऑनलाइन पढ़ाई शुरू हो गई है। जिन शिक्षकों को एंड्रॉयड फोन इस्तेमाल नहीं करने आता है, उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा। सर्व शिक्षा अभियान में आइटी के कई कर्मचारी और अधिकारी हैं, उन्हें यह जिम्मेदारी दी गई है। -संजय कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी।