पीजी के लिए होगी शिक्षकों की नियुक्ति
सूबे के ज्यादातर कालेजों में पीजी की पढ़ाई शुरू कराने को लेकर सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है।
भागलपुर। सूबे के ज्यादातर कालेजों में पीजी की पढ़ाई शुरू कराने को लेकर सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। इसी बीच अब सरकार ने पीजी की पढ़ाई के साथ शिक्षकों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया है। जिन कालेजों में पीजी की पढ़ाई हो रही है, वहां अलग से शिक्षकों की तैनाती होगी। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के भी तीन अंगीभूत कालेजों में पीजी स्तर की पढ़ाई होती है, किंतु स्नातक के शिक्षकों से ही काम चल रहा है। सरकार के उप सचिव अरशद फिरोज ने टीएमबीयू समेत अन्य विश्वविद्यालयों से प्रस्ताव मांगा है।
26 अगस्त को टीएमबीयू को जारी पत्र में पीजी की पढ़ाई वाले कालेजों में शिक्षकों के पद सृजन का प्रस्ताव मांगा गया है। पत्र में कहा गया है कि प्रति विषय 30 विद्यार्थियों पर एक शिक्षक का अनुपात होना चाहिए। सरकार के इस निर्णय से कालेज शिक्षकों पर कम दबाव पड़ेगा। विवि ने पद सृजन से संबंधित प्रस्ताव सरकार को भेजने की तैयारी शुरू कर दी है। जल्द ही इसके लिए कालेजों को पत्र लिखकर वहां पढ़ाए जा रहे विषयों और विद्यार्थियों की संख्या मांगी जाएगी, ताकि समय से प्रस्ताव सरकार को भेजा जा सके।
टीएमबीयू के कुलसचिव डा. निरंजन प्रसाद यादव ने कहा कि विवि में अवकाश था, इस संबंध में मंगलवार को कालेजों को पत्र भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि टीएमबीयू के तीन कालेजों टीएनबी कालेज, मारवाड़ी कालेज और एसएम कालेज में पीजी की पढ़ाई होती है। इन कालेजों से विषय और विद्यार्थियों का पूरा रिकार्ड लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बांका जिले में एक मात्र अंगीभूत पीबीएस कालेज है। वहां भी पीजी की पढ़ाई शुरू कराने के लिए संसाधनों का ब्यौरा मांगा जाएगा, ताकि जल्द ही वहां भी पीजी की पढ़ाई शुरू की जा सके।