Araria: नशे में धुत शिक्षक बच्चों को पढ़ा रहे थे क्यों जरूरी है शराबबंदी, पूरे देश में हो लागू, फिर तो यह होना ही था
अररिया में नशे में धुत शिक्षक स्कूल पहुंचे। उन्होंने बच्चों को पढ़ाया भी। मामला फारबिसगंज का है। शराब पीकर विद्यालय में पढ़ा रहे शिक्षक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जांच में शराब पीने की पुष्टि हुई। शिक्षक को जेल भेज दिया गया है।
संवाद सूत्र, फारबिसगंज (अररिया)। शराब का सेवन कर विद्यालय आए शिक्षक को स्थानीय पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। मामला फारबिसगंज के रामपुर दक्षिण पंचायत के वार्ड संख्या तीन में अवस्थित बीएमसी का है। शराब के सेवन में गिरफ्तार शिक्षक का नाम हरिश्चंद्र बताया गया है जो हरिपुर डाक वार्ड संख्या बारह का निवासी है।
जानकारी के अनुसार आरोपित शिक्षक शराब का सेवन कर विद्यालय पहुंच गए। इसके बाद वे बच्चों को पढ़ाने के लिए कमरे में गए। इस दौरान उन्होंने बच्चों को शराबबंदी क्यों जरूरी है, इस बारे में बताया। यहां तक कि शराब पीने से होने पर नुकसान की जानकारी बच्चों को दी। साथ ही बच्चों को यह भी नसीहत दिया कि शराब पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। कभी भी किसी प्रकार के नशे का सेवन नहीं करें। लेकिन शिक्षक खुद शराब पीकर यह ज्ञान बांट रहे थे।
बच्चों को शक हुआ कि शिक्षक शराब पीकर पढ़ा रहे हैं तब बच्चों ने हल्ला करना शुरू कर दिया। बच्चों का शोर सुनकर स्थानीय लोग वहां पहुंचे। स्थानीय लोगों ने विरोध जताते हुए पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचे दारोगा गोविंद सिंह ने उसे पहले हिरासत में लिया। थाने में ब्रेथ एनालाइजर से जांच की गई। आरोपित शिक्षक को अनुमंडलीय अस्पताल में मेडिकल जांच कराई गई। जिसमें चिकित्सकों ने शराब के सेवन की पुष्टि की। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
बताया जाता है कि शराब के नशे के आरोपित शिक्षक को तब तक विद्यालय परिसर में घेरे रखा जब तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। थानाध्यक्ष ने मेडिकल जांच में शराब की पुष्टि होने की बात कही है। बता दें कि गिरफ्तार शिक्षक रामपुर स्थित बीएमसी में नियमित शिक्षक के रूप में पदस्थापित हैं।
यहां बता देंं कि बिहार में शराबबंदी है। शराब तस्करों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसके बावजूद लोग नहीं डर रहे हैं। लगातार यहां तस्करी हो रही है।