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नाम बदल कर कर रहा शिक्षक की नौकरी... बैंक से कर्ज लेने में फूटा भांडा, जानिए क्या है मामला

जमुई में फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी कर रहे शिक्षक पकड़ में आया है। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना अश्विनी कुमार ने पत्र प्रेषित कर 24 घंटे के भीतर कार्रवाई का निर्देश दिया है। इससे हड़कंप मच गय है।

By Abhishek KumarEdited By: Published: Mon, 08 Feb 2021 07:30 AM (IST)Updated: Mon, 08 Feb 2021 07:30 AM (IST)
नाम बदल कर कर रहा शिक्षक की नौकरी... बैंक से कर्ज लेने में फूटा भांडा, जानिए क्या है मामला
जमुई में फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी कर रहे शिक्षक पकड़ में आया है।

जागरण संवाददाता, जमुई। सदर प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय आमीन में वर्षों से अब्दुल बारिक अंसारी के नाम पर शिक्षक बना जियाउल का आखिरकार भांडा फूट गया। हालांकि यह पोल उसके अत्यधिक लालच के कारण खुली और बैंक से कर्ज लेने की अर्जी देना उसके लिए घातक साबित हो गया।

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बैंक ने सत्यापन शुरू किया तो असली अब्दुल बारी अंसारी को इस हैरतअंगेज कारनामे का पता चला और उसने आनन-फानन में जिला शिक्षा पदाधिकारी को उक्त फर्जीवाड़ा की जानकारी दी। यह दीगर बात है कि जिला कार्यक्रम पदाधिकारी द्वारा निर्देश प्राप्त होने के बाद भी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने दो माह तक कोई कार्रवाई मुनासिब नहीं समझा। लिहाजा एक बार फिर से जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना अश्विनी कुमार ने पत्र प्रेषित कर 24 घंटे के भीतर कार्रवाई का निर्देश दिया है। साथ ही यह भी कहा है कि अगर वेतन भुगतान होता है तो अनियमितता की सारी जवाबदेही प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की होगी। डीपीओ के इस आदेश के बाद प्रखंड शिक्षा कार्यालय में खलबली मच गई है।

एक टीईटी प्रमाणपत्र दो शिक्षक की नियुक्ति का मामला

दरअसल एक ही टीईटी प्रमाण पत्र पर दो शिक्षक जिले के अलग-अलग प्रखंड में कार्यरत हैं। अब्दुल बारी अंसारी पिता सनाउल्लाह अंसारी ग्राम खलासी मोहल्ला, डाकबंगला रोड झाझा के निवासी हैं। वह झाझा प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय खैरण में कार्यरत हैं लेकिन उक्त नाम से ही सदर प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय आमीन में एक और शिक्षक कार्यरत है। इस बात की जानकारी झाझा निवासी अब्दुल बारी को भारतीय स्टेट बैंक शाखा जमुई बाजार से तब मिली जब कथित तौर पर फर्जी अब्दुल बारी अंसारी द्वारा कर्ज के लिए बैंक में दी गई अर्जी का सत्यापन करने बैंक अधिकारी असली अब्दुल बारी के घर पहुंच गए। इस मामले में जब अब्दुल बारी ने तहकीकात की तो उसे पता चला कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय आमीन में उसके नाम पर कार्यरत शिक्षक खैरा प्रखंड अंतर्गत चुयां चिल्ली गांव का निवासी जियाउल हक है। 39 वर्षीय जियाउल हक आसिम मियां का बेटा बताया जाता है। बताया जाता है कि उसने जिया उल हक का पैन कार्ड आधार कार्ड और वोटर आईडी भी स्कैन कर बना लिया था और उसे आवासीय प्रूफ के तौर पर बैंक में जमा किया था लेकिन आधार कार्ड और वोटर आईडी का यूनिक नंबर उसके खुद का था।

अब्दुल बारी अंसारी के नाम से उत्क्रमित मध्य विद्यालय आमीन में कार्यरत शिक्षक के संदर्भ में उत्क्रमित मध्य विद्यालय खैरण में कार्यरत अब्दुल बारी अंसारी ने फर्जी होने की शिकायत की है। उक्त शिकायत पत्र के आलोक में जमुई सदर तथा झाझा के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को अविलंब जांच कर यथोचित कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। -अश्विनी कुमार, डीपीओ स्थापना, जमुई।


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