Coronavirus : रिपोर्ट का इंतजार, दर्जनों लोगों को पता नहीं कोरोना पीडि़त हैं या नहीं, दूसरे को बना रहे मरीज
Coronavirus संदिग्ध कोरोना मरीज को चार दिनों बाद भी रिपोर्ट का इंतजार है। ऐसे में लोगों को डर है कि उनके कारण दूसरे लोग भी कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं।
भागलपुर, जेएनएन। भागलपुर सहित जिले में लगातार कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इनमे दर्जनों ऐसे संदिग्ध कोरोना मरीज हैं जिन्होंने जांच के लिए सैंपल भी दिए। तीन-चार दिन गुजरने के बाद भी इन लोगों को अबतक स्वास्थ्य विभाग जानकारी नहीं दे पाया है कि उनकी जांच रिपोर्ट निगेटिव है या पॉजिटिव। इस मामले में जानकारी लेने का प्रयास भी किया जाता है तो अधिकारी कहते हैं, अभी रिपोर्ट नहीं मिली है।
जिन लोगों ने सैंपल दिए हैं वे खुद पेसोपेश में हैं, उनके दिन और रात इसी सोच में कट रहें हैं कि पता नहीं वे कोरोना से संक्रमित हैं भी या नही। जबतक उन्हें रिपोर्ट नहीं मिल जाती तबतक वे परिवार के सदस्यों के संपर्क में भी नही आना चाहते।
मुंदीचक, तिलकामांझी, खरमन्चक के कई लोगों ने बताया कि तीन दिन पहले सदर अस्पताल में कोरोना जांच के लिए सैंपल लिए गए थे। टेक्नीशियन ने कहा कि सैंपल पटना भेजा जाएगा, दो दिनों में रिपोर्ट मिल जाएगी। लेकिन चार दिन गुजर गए रिपोर्ट का पता नहीं है। सैंपल लेने के पहले फॉर्म भी भरा गया, जिसमें मोबाइल नंबर भी अंकित किए गए। रिपोर्ट निगेटिव है या पॉजिटिव इसकी जानकारी भी मोबाइल पर दी जा सकती है। लेकिन विभाग के अधिकारियों को इससे कोई मतलब नहीं रह गया है। केवल अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं।
इस मामले में जब सिविल सर्जन से बात करने का प्रयास किया तो मोबाइल की घंटी बजती रही। वहीं जिला स्वास्थ समिति के अध्यक्ष फैजान अशर्फी ने कहा कि पटना से कब रिपोर्ट आएगी बता नहीं सकता। जिन लोगो ने सैंपल दिए हैं, रिपोर्ट आने तक घर में रहें।
सैंपल देने वाले कोरोना संक्रमित भी हो सकते हैं, लेकिन उन्हें जानकारी नहीं है कि उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव है या निगेटिव। जानकारी के अभाव में वे दूसरों को भी संकृमित कर सकते हैं। अगर समय पर जांच रिपोर्ट मिलती रहती तो दर्जनों लोगो को कोरोना से बचाया जा सकता है। - डॉ राजकमल चौधरी, सह प्राध्यापक, मायागंज अस्पताल