Success story : ट्रिपल आइटी के छह छात्रों को 19 और एक को 8.5 लाख का पैकेज, जानिए कैसे हुआ चयन
Success story वाह कमाल कर दिया...! भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपल आइटी) में छह छात्रों को 19 लाख रुपये और एक को 8.5 लाख रुपये का पैकेज मिला। सफल छात्र भारत के विभिन्न राज्यों के हैं। कई राउंड की प्रक्रियाओं के बाद छात्र चुने गए हैं।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। ट्रिपल आइटी, भागलपुर के छह छात्रों का चयन 19 लाख सालाना पैकेज के लिए शुक्रवार को हुआ है। सिनाप्सिस कंपनी ने तीन राउंड की परीक्षा के बाद उनका चयन किया। इसमें कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग (सीएसई) के राहुल रंजन (वैशाली, भगवानपुर), उदय प्रताप सिंह (लखनऊ, उत्तर प्रदेश) एवं संदीप कुमार (सोनपुर, बिहार) और इलेक्ट्रानिक एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग (इसीई) के संदीप गिरी (लखीमपुर, खेरी उत्तर प्रदेश), नीरज कुमार (धनबाद, झारखंड) एवं सूरज कुमार (जमशेदपुर, झारखंड) शामिल हैं।
इसके अलावा सीएसई के अंबाती हरिप्रसाद (पार्वतीपुरम, आंध्र प्रदेश) का चयन एफआईएस कंपनी में सालाना 8.5 लाख पैकेज पर हुआ है। सभी छात्र बीटेक (सत्र : 2018- 22) के हैं। पीआरओ डा. धीरज कुमार सिन्हा ने कहा कि सिनाप्सिस कंपनी ने कुछ दिन पहले छात्रों का चयन किया था। निदेशक प्रो. अरविंद कुमार चौबे ने कहा कि छात्रों की कड़ी मेहनत का परिणाम है। उन्होंने सभी छात्रों को बधाई दी है। संस्थान के ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट सेल फैकेल्टी इंचार्ज डा. गौरव कुमार ने कहा कि कई राउंड की प्रक्रियाओं के बाद छात्र चुने गए हैं।
मैट्रिक और इंटर की परीक्षा की तैयारियों को लेकर बैठक 24 को
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित होने वाली मैट्रिक और इंटर की परीक्षा की तैयारियों को लेकर शुक्रवार को शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव ने वीडियो कांफ्रेंसिंह के जरिये बैठक की। प्रधान सचिव ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को कदाचार मुक्त परीक्षा संचालन को लेकर सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर लेने के निर्देश दिए।
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि सबसे पहले उत्तर पुस्तिका की बार कोङ्क्षडग कराने के निर्देश दिए गए हैं। जिला में मैट्रिक और इंटर की उत्तर पुस्तिका के बार कोडिंग के लिए अध्यापक शिक्षण महाविद्यालय घंटाघर को चिह्नित किया गया है। परीक्षा के दौरान कोविड गाइडलाइन का सख्ती से अनुपालन कराया जाएगा। शारीरिक दूरी का पालन कराने के लिए इस बार एक बेंच पर एक या अधिकतम दो परीक्षार्थी को ही बैठने की अनुमति दी जाएगी। किसी केंद्र पर अधिक संख्या में परीक्षार्थी होंगे तो वहां अतिरिक्त इंतजाम किए जाएंगे। टेंट में भी परीक्षार्थियों को बैठाने की अनुमति दी गई है। 24 जनवरी को सभी केंद्राधीक्षकों की बैठक बुलाई गई है। केंद्राधीक्षकों को निर्देश दिए जाएंगे कि वे अपने यहां उपलब्ध सीट का आकलन कर लें। परीक्षार्थियों की संख्या के आधार पर अगर अतिरिक्त इंतजाम किए जाने की आवश्यकता महसूस होने पर संबंधित केंद्राधीक्षक अपनी रिपोर्ट देंगे। इसके बाद संबंधित केंद्र पर टेंट भी लगाया जाएगा। बताते चलें कि इस बार जिला में 45 हजार 416 परीक्षार्थी इंटर की परीक्षा देंगे। वहीं, मैट्रिक की परीक्षा में 48 हजार छह परीक्षार्थी भाग लेंगे।