टीएमबीयू: आनलाइन-आफलाइन के चक्कर में फंसी पीजी-यूजी की पढ़ाई, जानिए क्या है गाइडलाइन
आनलाइन और आफलाइन के चक्कर में टीएमबीयू के छात्रों की पढ़ाई फंस गई है। विवि की ओर से जारी किया गया गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा है। ऐसे में यहां के छात्रों का न तो सिलेबस पूरा हो...
जागरण संवाददाता, भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) में आनलाइन-आफलाइन के चक्कर में स्नातक (यूजी) और स्नातकोत्तर (पीजी) की पढ़ाई फंस गई है। इस कारण छात्र असमंजस की स्थिति में हैं। सरकार ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के कारण आनलाइन पढ़ाई को लेकर गाइडलाइन लाइन जारी तो कर दिया है, किंतु इसका अनुपालन अभी हर कालेज या पीजी स्तर से नहीं हो पा रहा है। ऐसे में कालेज और पीजी की कक्षाएं बंद होने से छात्रों की परेशानी बढ़ गई है।
सिलेबस नहीं पूरा होने से बढ़ेगी परेशानी
छात्रों के बीच सबसे बड़ी समस्या सिलेबस नहीं पूरा होने का है। पीजी छात्र अनुभव ने कहा कि कई दिन बीत जाने के बाद भी अभी उनकी कक्षाएं शुरू नहीं हुई है। जब कक्षा की बात शिक्षकों से कहते हैं तो उन लोगों से कहा जाता है कि विवि से गाइडलाइन आने के बाद पढ़ाई शुरू होगी।
कई सत्र की बंद हो गई कक्षा
अभी स्नातक (सत्र : 2019-22) के पार्ट टू, स्नातक (सत्र : 2020-23) पार्ट वन की कक्षाएं चल रही थी। स्नातक (सत्र : 2021-24) के नामांकन की प्रक्रिया अब तक बंद नहीं हई। उन लोगों का सत्र एक साल पहले से ही देर हो गया है। ऐसे में अब तक उनकी कक्षाएं शुरू नहीं हुई है, जिससे सत्र पूरा होने में और देरी होगी। इसी तरह की पीजी के कई सत्र की कक्षाएं अभी शुरू नहीं हुई है। जिससे परीक्षा की तैयारी के साथ सिलेबस पूरा करने में दिक्कत आएगी।
पिछले वर्ष भी रिजल्ट हुआ था खराब
दरअसल, पिछले साल भी कोरोना के कारण आनलाइन कक्षाओं के कारण स्नातक और पीजी के कई विषयों में छात्रों का रिजल्ट खराब हो गया था। छात्रों को कम नंबर आए थे। इस लेकर काफी बवाल मचा था। कई बार छात्रों ने विवि में विरोध प्रदर्शन भी किया था। तब उनका आरोप था कि उन लोगों को आनलाइन पढ़ाने के नाम पर खानापूरी की जाती है। इस कारण उन लोगों का रिजल्ट खराब हुआ था।
कालेज या पीजी विभाग आनलाइन पढ़ाई शुरू कर दें। इसके लिए पूर्व में जो गाइडलाइन दिए गए थे। उसका ही अनुपालन करना है। जहां पढ़ाई शुरू नहीं हुई है, वो जल्द ही पढ़ाई शुरू कर दें। - डा. केएम सिंह, सीसीडीसी टीएमबीयू