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मारवाड़ी कॉलेज में छात्र के शरारत से मचा हड़कंप, प्राचार्य के पास पहुंच कर कहा- सर, मैं कोराना पॉजिटिव हूं, परीक्षा देना चाहता हूं...

मारवाड़ी कॉलेज में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक छात्र ने प्राचार्य के पहुंच कर कहा- सर मैं कोरोना पॉजिटिव हूं परीक्षा देना चाहता हूं। इसके बाद हड़कंप मच गया। बाद में छात्र की कोरोना जांच कराई गई जहां उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है।

By Abhishek KumarEdited By: Published: Sun, 11 Apr 2021 08:33 AM (IST)Updated: Sun, 11 Apr 2021 08:33 AM (IST)
मारवाड़ी कॉलेज में छात्र के शरारत से मचा हड़कंप, प्राचार्य के पास पहुंच कर कहा- सर, मैं कोराना पॉजिटिव हूं, परीक्षा देना चाहता हूं...
मारवाड़ी कॉलेज में परीक्षा के दौरान एक छात्र की शरात से हड़कंप मच गया।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। मारवाड़ी कॉलेज में शनिवार को पार्ट टू की परीक्षा के दौरान टीएनबी कॉलेज के एक छात्र द्वारा कोरोना के नाम पर किए गए शरारत के कारण कॉलेज में अफरातफरी का माहौल रहा। कॉलेज प्राचार्य डॉ. केसी झा ने घटना की जानकारी विश्वविद्यालय चौकी इंचार्ज श्रीकांत चौहान को दी। उनके हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ।

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दरअसल, मारवाड़ी कॉलेज में पार्ट टू की परीक्षा चल रही है। दूसरी पाली में फिलॉसफी की परीक्षा थी। वहां टीएनबी कॉलेज का परीक्षा केंद्र है। परीक्षा शुरू होने से करीब आधे घंटे पहले एक छात्र ने प्राचार्य से जाकर कहा कि वह कोरोना पॉजिटिव है। वह परीक्षा देना चाहता है। यह सुन प्राचार्य दहशत में आ गए। उन्होंने यह सुनते ही छात्र से कहा कि वह इधर-उधर ना घूमे और घर चला जाए, किंतु छात्र कॉलेज से नहीं निकला। कमरा नंबर 19 में अपनी सीट पर जाकर बैठ गया। जहां अन्य छात्र भी बैठे हुए थे।

यह जानकारी प्राचार्य व अन्य कर्मियों को हुई तो सभी डर गए।

सभी ने छात्र को करोना जांच कराने को कहा, पर वह तैयार नहीं हो रहा था। यह देख प्राचार्य ने इसकी जानकारी विश्वविद्यालय चौकी इंचार्ज को दी। डीएसडब्ल्यू डॉ. राम प्रवेश सिंह को भी मोबाइल पर बताया। तब चौकी इंचार्ज श्रीकांत चौहान दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने छात्र को जांच के लिए समझाया-बुझाया। तब जाकर छात्र जांच के लिए तैयार हुआ।

प्राचार्य ने बताया कि कॉलेज में कर्मियों के लिए कोरोना जांच शिविर लगाया गया था। इसी शिविर में छात्र की दो बार एंटीजन किट से जांच कराई गई। दोनों बार रिपोर्ट निगेटिव आई। तब जाकर कॉलेज में कर्मियों ने राहत की सांस ली। बावजूद प्राचार्य ने 19 नंबर कमरे में उक्त छात्र को छोड़ बाकी छात्रों की परीक्षा कॉलेज के हॉल में ली। इस बारे में जब छात्र से पूछा गया तो उसने कहा कि मैंने जांच के लिए सैंपल दिया था।

जांच में देरी होने लगी तो एक साथ कई लोगों को बोल दिया गया कि जाइये आप सभी लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव है। जब कॉलेज प्रशासन ने उसे रिपोर्ट और मोबाइल का मैसेज दिखाने को कहा तो वह कुछ भी नहीं दिखा सका। ऐसे में कॉलेज का कहना है कि यह एक शरारत हो सकती है।

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छात्र ने खुद को पॉजिटिव बताया था, इस कारण पुलिस की सहायता से उसकी जांच कराई गई। जिसमें वह निगेटिव निकला। बावजूद सारे एहतियात बरते जा रहे हैं। इसमें किसी तरह की लापरवाही नहीं की जा रही है। - डॉ. केसी झा, प्राचार्य मारवाड़ी कॉलेज भागलपुर  


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