कोसी और सीमांचल के कुख्यात अपराधियों की अब खैर नहीं... यहां बन रहा एसटीएफ कमांड सेंटर, जानिए क्यों है खास
कोसी और सीमांचल के कुख्यात अपराधियों पर जल्द नकेल कसेगा। वे वारदात को अंजाम देकर दूसरे जिले में भी शरण नहीं ले सकेंगे। इसके लिए पूर्णिया में 5 करोड़ 91 लाख की लागत से एसटीएफ कमांड सेंटर बन रहा है।
पूर्णिया [शलेश]। नए साल में कोसी-सीमांचल क्षेत्र के कुख्यात अपराधियों के लिए एसटीएफ काल बनेगा। पूर्णिया में एसटीएफ का नया कमांड सेंटर शुरू होने की तैयारी अंतिम चरण में है। पुलिस लाइन के बगल में 5 करोड़ 91 लाख की लागत से एसटीएफ कमांड सेंटर का भवन बनकर तैयार हो गया है। 50 डिसमील भूमि पर तीन मंजिला भवन बनकर तैयार हो गया है। संवेदक ने पुलिस भवन निर्माण विभाग को भवन हस्तांतरित कर दिया है।
कोसी और सीमांचल के कुख्यात पर की जा सकेगी त्वरित कार्रवाई
इस कमांड सेंटर से कोसी-सीमांचल के कुख्यात पर त्वरित कार्रवाई सहित सीमावर्ती क्षेत्र में अपराधियों के गतिविधि पर लगाम लगाएगी। एसटीएफ टीम दुर्दांत अपराधियों और बड़े आपराधिक नेटवर्क को ध्वस्त करने में अहम भूमिका निभाती है। सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण पूर्णिया में कमांड सेंटर तैयार किया गया है ताकि किसी भी घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी बंगाल और नेपाल भागने से पहले पकड़ा जा सके। अभी किसी भी गतिविधि की सूचना पर अभियान को अंजाम देने के लिए पटना से एसटीएफ टीम पहुंचती है। लंबी दूरी होने के कारण काफी समय लगता है और मिशन में कई दफा सफलता नहीं मिल पाती है।
एसटीएफ चीता की कंपनी होगी तैनात
कमांड सेंटर में एसटीएफ चीता की तीन कंपनी जवान यहां तैनात किए जाएंगे, ताकि किसी भी गतिविधि की सूचना पाकर तत्काल कार्रवाई की जा सके। प्राप्त जानकारी के अनुसार कमांड सेंटर में एसटीएफ के 50 कमांडो और अफसर रहेंगे। विशेष तौर पर प्रशिक्षित यह कमांडो किसी भी परिस्थिति का सामना करने के लिए ट्रेंड होंगे। इनके पास एके 47, ग्रेनेड समेत कई तरह के अस्त्र-शस्त्र होते हैं। डीएसपी रेंक के अफसर कमांड सेंटर के इंचार्ज रहेंगे जो एसटीएफ के अभियान को कमांड करेंगे। इसमें टेक्निकल सेल भी होगा। इसके जिम्मे आसूचना संकलन से लेकर किसी केस को सुलझाने में तकनीकी तौर पर मदद करने का काम रहेगा।