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नवगछिया का कुख्यात 50 हजार का इनामी अपराधी छोटुआ यादव चढ़ा एसटीएफ के हत्थे

छोटुआ नवगछिया के जिला पार्षद सदस्य गौरव रॉय के बड़े भाई सोनू रॉय की हुई हत्या में भी मुख्य शूटर की भूमिका में था। सोनू रॉय की 17 अक्टूबर 2019 को अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Tue, 21 Apr 2020 11:34 AM (IST)Updated: Tue, 21 Apr 2020 11:34 AM (IST)
नवगछिया का कुख्यात 50 हजार का इनामी अपराधी छोटुआ यादव चढ़ा एसटीएफ के हत्थे
नवगछिया का कुख्यात 50 हजार का इनामी अपराधी छोटुआ यादव चढ़ा एसटीएफ के हत्थे

भागलपुर, जेएनएन। नवगछिया का 50 हजार इनामी कुख्यात अपराधी गोपालपुर लतरा निवासी पुरुषोत्तम यादव उर्फ छोटुआ यादव मंगलवार को एसटीएफ के हत्थे चढ़ गया। उसे नवगछिया इलाके से नवगछिया पुलिस के सहयोग से एसटीएफ ने दबोचा है। उसके साथ तीन अन्य अपराधियों को भी गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से एसटीएफ ने एक कार्बाइन, दो देशी पिस्टल और 40 गोलियां बरामद की है। छोटुआ पर एक दर्जन से ज्यादा हत्या समेत अन्य संगीन मामले दर्ज हैं। छोटुआ यादव पांच अप्रैल 2020 को नवगछिया के गोपालपुर स्थित लतरा गांव में राजभर यादव हत्याकांड में मुख्य आरोपित है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। 

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सोनू रॉय हत्‍याकांड में भी मुख्य शूटर था

छोटुआ नवगछिया के जिला पार्षद सदस्य गौरव रॉय के बड़े भाई सोनू रॉय की हुई हत्या में भी मुख्य शूटर की भूमिका में था। सोनू रॉय की 17 अक्टूबर 2019 को अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद ही नवगछिया एसपी निधि रानी ने छोटुआ के गिरफ्तारी के लिए मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा था। उस पर मुख्यालय ने 50 हजार का इनाम रखा था। कई बार एसटीएफ ने उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की। लेकिन वह हाथ से निकल गया। नवगछिया में उसका आतंक जेल से निकलने के बाद बढ़ गया था।

विनोद यादव हत्याकांड में भी था फरार 

16 मार्च 2017 को छोटुआ को तत्कालीन भागलपुर एसएसपी मनोज कुमार ने नवगछिया एसपी के प्रभार में रहते हुए एसटीएफ के सहयोग से नाथनगर इलाके से भारी संख्या में हथियार के साथ दबोचा था। उस वक्त वह नवगछिया के बाहुबली विनोद यादव हत्याकांड में फरार चल रहा था। विनोद यादव की हत्या 20 अगस्त 2016 को अपराधियों में गोली मारकर कर दी थी। इस मामले में छोटुआ मुख्य भूमिका में था। इस हत्या के बाद ही वह काफी चर्चा में आ गया था। मुख्यालय ने उस वक्त भी उसकी गिरफ्तारी के लिए 50 हजार का इनाम रखा था।


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