एसएसआइ प्रणाली : अब माउस क्लिक करते ही ट्रेन बदल लेगी ट्रैक
इससे समय बचत के साथ-साथ दुर्घटना पर भी अंकुश लगेगा। एसएसआइ का पूरा सिस्टम चिप से ऑपरेट होगा। रेल परिचालन ऑपरेट करने के लिए अभी रूट रिले इंटरलॉकिंग सिस्टम को आधुनिक समझा जाता था।
भागलपुर [रजनीश]। भागलपुर जंक्शन पर अब माउस क्लिक करते ही ट्रेन अपना ट्रैक बदल लेगी। इसके लिए बटन दबाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जंक्शन पर एशिया की सबसे बड़ी सॉलिड स्टेट इंटरलॉकिंग (एसएसआइ) प्रणाली स्थापित की गई है। एसएसआइ सिस्टम से जुडऩे के बाद सिग्नल से लेकर रेलवे के ट्रैक प्वाइंटर तक ऑटोमेटिक सिस्टम से बदलेंगे। ट्रेनों का परिचालन भी आसान होगा। इस प्रणाली से स्टेशन मास्टर महज कुछ सेकंड में ट्रेनों के आगमन के अलग-अलग रूट तय कर सकेंगे।
इससे लगने से समय बचत के साथ-साथ दुर्घटना पर भी अंकुश लगेगा। एसएसआइ का पूरा सिस्टम चिप से ऑपरेट होगा। दरअसल, रेल परिचालन ऑपरेट करने के लिए अभी रूट रिले इंटरलॉकिंग सिस्टम को आधुनिक समझा जाता था। मालदा मंडल के जमालपुर में यह सिस्टम लगा हुआ है। पर, इससे भी लेटेस्ट सिस्टम एसएसआइ है। जिसे भागलपुर ईस्ट पैनल और सबौर में इंस्टॉल किया गया है। इस सिस्टम सुनिश्चित करता है कि क्रॉसिंग के समय किसी भी ट्रेन का क्रॉस मूवमेंट नहीं होगा।
65 इंच के डिस्पले में दिखेंगे ट्रैक और सिग्नल
एसएसआइ सिस्टम के लिए भागलपुर और सबौर में पैनल कक्ष में 65 इंच का डिस्पले लगाया गया है। डिस्पले में चेंज होने वाले ट्रैक और सिग्नल दिखेंगे। अगर इस दौरान कुछ गड़बड़ी भी मिलती है तो तुरंत दूर कर ली जाएगी। यह सिस्टम पूरी तरह अपडेट और आधुनिक है।