मानव तस्करी के लिए नेपाल से राजस्थान ले जा रहे पांच नाबालिग को एसएसबी ने कराया मुक्त, जानिए
एसएसबी ने पांच नाबालिग बच्चों को तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया है। सभी नेपाल के रहने वाले हैं। इन लोगों को पैसा का लोभ देकर राजस्थान ले जाया जा रहा था वहां पर इनकी तस्करी की जाती।
जागरण संवाददाता, सुपौल। एसएसबी 45वीं बटालियन की सीमा चौकी भीमनगर ने नेपाल के रहने वाले पांच नाबालिग को मानव तस्करों से मुक्त करवाया। कमाडेंट एचके गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि सूचना मिली कि नेपाल से कुछ नाबालिग को भीमनगर सहरसा चौक से राजस्थान की ओर जाने वाली बस से ले जाया जा रहा है। कार्यवाही को अंजाम देते हुए निरीक्षक दीपक शर्मा के नेतृत्व में मुख्य आरक्षी गणेश कुमार, आरक्षी विजय कुमार, चंदन कुमार, प्रदीप, स्वपन नाथ तथा राजकुमार रजक बताए गए स्थान के लिए रवाना हुए।
बस में सभी को बैठा चुके थे तस्कर
चिन्हित स्थान पर पहुंचने के उपरांत उक्त बस में बैठे सभी यात्री से पूछताछ की गई जिसमें ज्ञात हुआ कि सुरेन्द्र सिंह गांव भीमपुर जिला सुपौल के कहने पर तीन व्यक्ति सनोज सादा, गांव बरसबानी बेला, थाना माहुली, श्याम सुंदर सादा गांव भारदा तथा गजेंद्र मांझी गांव भारदा पांच नाबालिग लड़कों को पैसे व काम का प्रलोभन देकर तस्करी के उद्देश्य से राजस्थान लेकर जा रहे थे। उचित कागजी कार्यवाही के बाद तीनों तस्कर व उनके हाथों से मुक्त किए गये पांचों नाबालिगों को संबंधित एनजीओ की उपस्थिति में एपीएफ नेपाल के सुपुर्द किया गया।
पहले भी इस तरह के आ चुके हैं मामले
मानव तस्करी का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी इस तरह के मामले आ चुके हैं। तस्कर सीमांचल और नेपाल के इलाके से बच्चों को काम और ज्यादा पैसे का लालच देकर फंसाते हैं। इसके बाद उन्हें राजस्थान ले जाते हैं, जहां उनकी तस्करी की जाती है। हालांकि एसएसबी की सतर्कता से उनका काम पूरा नहीं हो पाता है। एसएसबी कई बार बच्चों को बरामद कर चुका है। इस दौरान तस्कर भी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इस बार भी एसएसबी की सतर्कता से पांच बच्चे तस्करों के चंगुल से मुक्त कराए गए। सभी को उचित कार्रवाई के बाद मुक्त किया गया।