मोतिहारी के उत्पाद अधीक्षक के खगडिय़ा आवास पर विशेष निगरानी का छापा, पूछा-कहां से आयी इतनी संपत्ति
मोतिहारी के उत्पाद अधीक्षक अविनाश प्रकाश के खगडिय़ा डीएवी रोड स्थित आवास पर छापेमारी की गई। आइडी टीम के सदस्य वहां पहुंचे। आय से अधिक की संपत्ति मामले की जांच की जा रही है। घटना के बाद से वहां दशहत है।
जागरण संवाददाता, खगडिय़ा। मोतिहारी में उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के अधीक्षक पद पर तैनात अविनाश प्रकाश के खगडिय़ा के राजेंद्र नगर डीएवी रोड स्थित मकान पर बुधवार की सुबह विशेष निगरानी इकाई ने छापेमारी की। आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में निगरानी कोर्ट के विशेष न्यायाधीश की तरफ से मिले सर्च वारंट के आधार पर यह छापेमारी की गई।
खगडिय़ा के राजेंद्र नगर में अविनाश प्रकाश का पांच मंजिला आलीशान मकान है। डीएसपी अब्दुल जफर आलम के नेतृत्व में विशेष निगरानी टीम ने बुधवार की सुबह 7:00 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक छापेमारी की। अब्दुल जफर आलम ने बताया कि इस कार्रवाई के दौरान मकान से जमीन संबंधी कई कागजात मिले हैं। आपरेशन के दौरान कमरे का ताला खुलवाने के लिए बाहर से आदमी बुलाया गया था।
जानकारी के अनुसार, इस मकान में जिले के एक वरीय पदाधिकारी किरायेदार के रूप में रहते हैं। खगडिय़ा उत्पाद विभाग के भी कुछेक कर्मी यहां किरायेदार के रूप में रहते हैं। अविनाश प्रकाश भागलपुर जिले के बिहपुर प्रखंड के सोनवर्षा गांव के मूल निवासी हैं। उनके पिता स्व. नित्यानंद चौधरी खगडिय़ा पथ निर्माण विभाग के यांत्रिक कर्मशाला में चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी के पद पर कार्य कर चुके थे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मथुरापुर मोड़ स्थित नगर परिषद के पास अविनाश प्रकाश का एक गोदाम भी है।
छापेमारी को देर रात ही टीम खगडिय़ा पहुंच गई थी
मोतिहारी के उत्पाद अधीक्षक अविनाश प्रकाश के खगडिय़ा स्थित मकान पर छापेमारी को लेकर मंगलवार की देर रात ही टीम खगडिय़ा पहुंच गई थी। छापेमारी की सूचना को अति गोपनीय रखा गया था। टीम ने एसपी अमितेश कुमार को इसकी सूचना दी। सूत्र का कहना है कि एसपी ने भी चित्रगुप्तनगर थानाध्यक्ष संजीव कुमार को गोपनीयता बरतने की हिदायत देते हुए टीम को समुचित सहयोग करने का निर्देश दिया। सार्जेंट मेजर को भी इतना बताया गया कि अल सुबह पुलिस की एक टीम को तैयार रखना है। बुधवार को चौथम प्रखंड के कई पंचायतों में मतदान था। इसलिए सभी तैयारी रात में ही कर ली गई थी। एसपी द्वारा एक पुलिस अधिकारी को पुलिस दल के साथ टीम को सहयोग के लिए निर्देश दिया गया। बताया जाता है कि विशेष निगरानी टीम के सदस्य देर रात परिसदन में पहुंच गए थे। परिसदन के कर्मियों को भी इसकी भनक नहीं लग सकी। बुधवार की सुबह करीब सात बजे टीम के सदस्यों ने उत्पाद अधीक्षक के आलीशान भवन पर दबिश दी। गेट को खुलवाया गया।
मकान में रह रहे किराएदार भी अचंभित थे। टीम उत्पाद अधीक्षक के कमरों की तलाशी लेने लगी। सूत्र का कहना हुआ कि लाकर की चावी नहीं थी। टीम को लाकर की भी पड़ताल करनी थी। इसलिए बाहर से ताला खोलने वालों को बुलाया गया। सील करने वाली सामग्री भी बाहर से मंगाया गया। करीब साढे पांच घंटे तक तलाशी ली गई। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस दल चारों ओर निगरानी को तैनात थे। जितनी मुंह उतनी बातें होने लगी। कई लोगों का कहना हुआ कि रुपये गिनने वाली मशीन भी टीम द्वारा बाहर से मंगाया गया। मगर यह विश्वास करने योग्य इसलिए नहीं था कि उत्पाद अधीक्षक अविनाश प्रकाश पिता के मरने बाद कभी कभार ही इस घर पर आते जाते थे। कई लोगों का कहना हुआ कि टीम के सदस्यों को जमीन के कई दस्तावेज हाथ लगे हैं। टीम के जाने के बाद भी लोग उस आलीशान मकान को निहारते दिखे।