गणित में कमजोर बच्चों के लिए स्कूलों में संचालित होगा विशेष कक्षा
अधिकांश विद्यार्थी गणित विषय में कमजोर हैं।
कटिहार (नीरज कुमार) : सरकारी स्कूलों के प्रारंभिक कक्षा में पढ़ने वाले अधिकांश विद्यार्थी गणित विषय में कमजोर हैं। अब पढ़ाई में कमजोर विद्यार्थियों के लिए स्कूल में मध्याह्न भोजन के बाद विशेष कक्षा संचालित करने की व्यवस्था की जाएगी। स्कूलों में गणित सहित अन्य विषयों में कमजोर छात्रों को चिन्हित कर एमडीएम के बाद एक स्थान पर एकत्रित कर पढ़ाया जाएगा। विशेष कक्षा में पढ़ाने वाले शिक्षकों को प्रशिक्षण देकर शिक्षण सामग्री भी उपलब्ध कराया जाएगा। राज्य स्तर पर हुई समीक्षा में यह बात सामने आई है कि प्रारंभिक विद्यालय के कक्षा तीन से पांच तक के विद्यार्थी गणित के सरल सवालों का जवाब भी नहीं दे पाते हैं। 90 प्रतिशित छात्र के गणित विषय में कमजोर होने एवं इसका प्रारंभिक ज्ञान नहीं होने की बात भी सामने आयी है। कमजोर बच्चों को पढ़ाने के लिए प्रारंभिक विद्यालय के शिक्षकों को उजाला एक, उजाला दो एवं बोधि संवाद जैसा प्रशिक्षण पूर्व में भी दिया गया है। लेकिन अनुश्रवण की पुख्ता व्यवस्था नहीं होने से इसका लाभ कमजोर बच्चों को नहीं मिल पाया है। बताते चलें कि दलित, महादलित एवं अल्पसंख्यक अक्षर आंचल योजना के तहत इस वर्ग के कमजोर बच्चों को चिन्हित कर पढ़ाने की योजना शुरू की गई है। इसको लेकर प्रारंभिक विद्यालय के प्रधान शिक्षकों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया गया है। पढ़ाई में कमजोर बच्चे हीनभावना से ग्रसित होने के कारण विद्यालय आने से भी कतराते हैं। इसका सीधा असर स्कूली बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने पर भी हो रहा है। स्कूलों में कमजोर बच्चों की पहचान कक्षा सत्र के दौरान ही की जाएगी। शिक्षा विभाग ने कमजोर बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए इस योजना के शत प्रतिशित क्रियान्वयन हर हाल में सुनिश्चित कराने को कहा है।
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कोट:-
प्रारंभिक विद्यालय में गणित व अन्य विषयों में कमजोर बच्चों को चिन्हित कर मध्याह्न भोजन के बाद उनके लिए विशेष कक्षा का संचालन किया जाएगा। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को लेकर विद्यालयों में विशेष कक्षा संचालित किया जा रहा है। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा इसके समुचित अनुश्रवण को लेकर निर्देश दिया गया है।
अजय ¨सह, डीपीओ, सर्वशिक्षा