मुंगेर में बाढ़ से घिरे छह प्रखंड, लाल निशान से 16 सेमी ऊपर बह रही गंगा, आपदा और NDRF की टीमें तैनात
मुंगेर में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। छह प्रखंडों के कई गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है। वहीं गंगा नदी अब भी ऊफान पर है। लाल निशान से 16 सेमी ऊपर गंगा बह रही है। इससे लोग सहमे हुए हैं।
जेएनएन, मुंगेर। जिले में गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। गुरुवार को जलस्तर खतरे के निशान 39.33 से 16 सेमी पहुंच गया है। छह प्रखंड के अलावा शहरी क्षेत्र लल्लू पोखर, चूहा बाग, गंगा नगर को भी चपेट में ले लिया है। जिलाधिकारी नवीन कुमार पल-पल की रिपोर्ट ले रहे हैं। बाढ़ प्रभावित इलाकों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और आपदा विभाग टीम राहत और बचाव कार्य में लगी हुई है। सदर प्रखंड के टीकारामपुर, तौफिर दियारा, हेरू दियारा, मई पंचायत, कुतलुपर पंचायत, धरहरा प्रखंड के हेमजापुर पंचायत के कई गांव, बरियापुर प्रखंड के चार दर्जन से ज्यादा गांवों में गंगा का पानी प्रवेश कर गया है। लोगों में बाढ़ को लेकर बेचैनी बढ़ गई है। जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो स्थिति और भयावह हो जाएगा। अभी बाढ़ पीडि़तों के लिए सामुदायिक किचन शुरू नहीं हुआ है। ऊंचे स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। टीकारामपुर गांव के मोनू कुमार और रंजन कुमार ने कहा कि बाढ़ का पानी पूरे गांव में घुस गया है। अभी तक प्रशासन की ओर से किसी तरह सहायता उपलब्ध नहीं कराया गया है। लोग बाढ़ से डरे सहमे हैं। पशुओं को चारा नहीं मिल रहा है।
बरियापुर के कई गांव जलमग्न
प्रखंड में बाढ़ ने तबाही मचाना शुरू कर दिया है । लगातार जल स्तर में वृद्धि होने के कारण प्रखंड कार्यालय पीएचसी व थाना में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है । कई गांव में घर पूरी तरह से डूब गए हैं । लोग ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं । रघुनाथपुर, टीकापुर, घोरघट, खडिय़ा, बंगाली टोला सहित कई इलाकों में पानी भारी गया है। कई जगहों पर एनएच किनारे पानी पहुंच चुका है। जलस्तर इसी तरह बढ़ा तो एक-दो दिनों के अंदर बंगाली टोला या कल्याणपुर में गंगा नदी का पानी एनएच पर आ जाएगा। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. विजय कुमार ने बताया कि पीएचसी परिसर में पानी प्रवेश कर जाने के बाद लोगों के इलाज के लिए सड़क किनारे मकान किराए पर लिया जा रहा है। जिससे मरीजों को परेशानी कम हो।
खडग़पुर मार्ग पर डायवर्सन डूबने की संभावना
बरियारपुर-खडग़पुर एनएच पर दशभंवरा पुल के पास बने डायवर्सन के ऊपर से बाढ़ का पानी बह रहा है। ऐसे में किसी भी समय डायवर्सन बह सकता है । डायवर्सन बहने की स्थिति में बरियारपुर खड़कपुर मार्ग पर परिचालन पूरी तरह से बाधित हो जाएगा। पुल निर्माण में लगे अभिकर्ता ने डायवर्सन पर बालू-ईंट देकर डायवर्सन को ऊंचा कर दिया है, लेकिन भारी वाहनों के चलने से डायवर्सन धंसने लगा है। इससे मार्ग पर वाहनों का आवागमन बंद हो सकता है। ऐसे में बरियारपुर-खडग़पुर मार्ग पूरी तरह से बंद हो जाएगा। लोगों को मुंगेर जाने के लिए तारापुर, असरगंज सुल्तानगंज होकर बरियारपुर जाना पड़ेगा। ग्रामीण राधे कुमार,विजय मंडल और विनय कुमार ने कहा कि बड़े वाहनों के परिचालन पर बंद करने की जरूरत है। अंचलाधिकारी जयप्रकाश स्वर्णकार ने बताया कि बड़े वाहनों के परिचालन पर रोक लगाने के लिए वरीय अधिकारी को लिखा गया है। जल्द ही इस पर निर्णय लिया जाएगा।
हेमजापुर पंचायत में घर-आंगन डूबा
धरहरा प्रखंड का उत्तरी क्षेत्र बाढ़ की चपेट में है। प्रखंड क्षेत्र के हेमजापुर, बाहाचौकी और शिवकुंड पंचायत में गंगा का पानी घर-आंगन में फैल गया है। लोग घरों से सामान निकालकर एनएच की तरफ रुख कर गए हैं। पशुपालक पशुओं को लेकर ऊंची जगहों की तलाश में है। बाहाचौकी पंचायत का दुर्गापुर गांव, हेमजापुर पंचायत का चांद टोला गांव, रामनगर नवटोलिया, मिर्जाचक लगमा और ब्राह्मण टोला शिवकुंड बाढ़ की चपेट में पूरी तरह आ गया है। रामनगर नवटोलिया और दुर्गापुर में ग्रामीण सड़कों पर बाढ़ का पानी आ चुका है जिससे ग्रामीण अब घुटनों भर पानी में चलने पर विवश हैं। निचले इलाके में तेजी से पानी घुस रहा है। बाढ़ का पानी पूरे गांव को अपनी चपेट में ले चुका है। ग्रामीण नाव की व्यवस्था कराने की मांग प्रशासन से कर रहे हैं। बाहाचौकी की मुखिया ङ्क्षसपल कुमारी ने बताया की पंचायत क्षेत्र में कई जगहों पर गंगा नदी का पानी घुस गया है। दुर्गापुर गांव सबसे ज्यादा प्रभावित है। हेमजापुर पंचायत की मुखिया गायत्री देवी ने कहा कि पूरे पंचायत में बाढ़ का पानी घुस चुका है। प्रखंड निर्माण संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजकुमार राय ने बाढ़ प्रभावितों की स्थिति को देखते हुए सभी स्कूलों में सामुदायिक किचन शुरू कराने की मांग की है।
बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा
धरहरा अंचलाधिकारी और हेमजापुर ओपी प्रभारी ङ्क्षरकू रंजन ने गुरुवार को हेमजापुर ओपी क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने हेमजा पुर पंचायत के विभिन्न वार्डों में जाकर ग्रामीणों से बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनीं। तिरासी टोला हेमजापुर में स्थानीय मछुआरों ने पारिश्रमिक भुगतान कराने की मांग की। अंचलाधिकारी ने कहा की आवश्यकता अनुसार प्रभावित क्षेत्रों में नाव दी जाएगी। इस मौके पर सरपंच रितु महतो, वार्ड सदस्य धनेश्वर महतो सहित कई ग्रामीण उपस्थित थे।