Shravani Mela 2020 : सावन की तीसरी सोमवारी और सोमवती अमावस्या; अद्भुत संयोग, शिवभक्तों में उत्साह
Shravani Mela 2020 सावन की तीसरी सोमवारी और सोमवती अमावस्या एक साथ होने पर शिवभक्तों में काफी उत्साह है। हालांकि कोरोना काल में ज्यादातर लोगों ने अपने घरों की शिव की पूजा की।
भागलपुर, जेएनएन। सावन की तीसरी सोमवारी और सोमवती अमावस्या के सुखद संयोग ने शिवभक्तों का उत्साह दूना कर दिया है। सुबह से ही भक्तजन शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक करते देखे गए। ग्रामीण क्षेत्रों के मंदिरों में तो दिनभर भक्तों का तांता लगा रहा। पूजा पाठ और जलाभिषेक के साथ भक्तों ने भोले के जयकारे भी लगाए। वहीं शहर के बाबा बूढ़ानाथ, शिव शक्ति मंदिर आदमपुर, कुपेश्वनाथ कोतवाली चौक, दुग्धेश्वनाथ वेरायटी चौक सहित भीखनपुर, मिरजानहाट, सिकंदरपुर, खंजरपुर सहित अन्य महत्वपूर्ण मंदिरों के दरवाजे बंद होने के बाद भी श्रद्धालु वहां पहुंचे। गेट पर ही जल डालकर भगवान शिव और माता पार्वती का आशीर्वाद ग्रहण किया। मौके पर हर मंदिरों को रंग-बिरंगे फूलों से आकर्षक ढंग से सजाया गया था।
पंडि़तों ने की पूजा, श्रद्धालुओं ने दूर से किया दर्शन
कोरोना के संकट काल में सरकार के निर्देश पर धार्मिक स्थलों में जहां श्रद्धालु के प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध लगा हुआ है। वहीं भगवान की पूजा अर्चना की जिम्मेदारी मंदिरों के पूजारी निभा रहे हैं। इस पावन मौके पर श्रद्धालु मंदिर तक तो पहुंच रहे हैं, लेकिन दूर से ही भोलेनाथ का दर्शन करते देखे जा रहे हैं। यह नजारा बाबा बूढ़ानाथ, शिव शक्ति मंदिर, भूतनाथ सहित अन्य मंदिरों में भी देखने को मिला। उक्त मंदिरों में पूजारियों ने भगवान शिव का भव्य श्रृंगार किया, छप्पन प्रकार के भोग लगाए और भजन कीर्तन के साथ आरती उतारी गई। अंत में मंदिर के बाहर खड़े भक्तों के बीच प्रसाद का भी वितरण किया गया।
अजगैवीनाथधाम और बटेश्वरनाथ धाम में भी हुई पूजा
सुल्तानगंज के प्रसिद्ध अजगैवीनाथ धाम और कहलगांव के बाबा बटेश्वरस्थान में भक्तों की भीड़ रही। हालांकि कोरोना काल के कारण लोग शारीरिक दूरी का पालन कर रहे थे। इस बार श्रावणी मेला का आयोजन नहीं हो सका है। सुल्तानगंज से देवघर तक कांवरिया नहीं जा रहे हैं। लेकिन सावन उसमें खासकर सोमवार को लोग शिव की पूजा करने के लिए स्थानीय मंदिर में जाते हैं। हालांकि ज्यादातर लोगों ने घरों ने पूजा की।