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Sandeshkhali Case: संदेशखाली कांड में नया मोड़ आया सामने, शाहजहां शेख का करीबी मौला का मिला भागलपुर-मुंगेर कनेक्शन

पश्चिम बंगाल के चौबीस परगना जिले के संदेशखाली कांड के मास्टर माइंड पूर्व टीएमसी नेता शेख शाहजहां के जेल की सलाखों में जाने के बाद उसके काले-कारनामे सामने आने लगे हैं और उसके करीबी रिश्तेदार शेख अबू तालिब मौला के घर सीबीआई की छापेमारी में हथियारों का जो बड़ा जखीरा बरामद किया गया उसके तार भागलपुर-बिहार के हथियार तस्करों से जुड़ रहे हैं।

By Kaushal Kishore Mishra Edited By: Shoyeb Ahmed Published: Sat, 04 May 2024 01:56 PM (IST)Updated: Sat, 04 May 2024 01:56 PM (IST)
संदेशखाली कांड में नया मोड़ आया सामने

जागरण संवाददाता, भागलपुर। Sandeshkhali Scandal: पश्चिम बंगाल के चौबीस परगना जिले के संदेशखाली कांड के मास्टर माइंड पूर्व टीएमसी नेता शेख शाहजहां के जेल की सलाखों में जाने के बाद उसके कुनबे के काले-कारनामे की पोल खुलने लगी है।

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उसके करीबी रिश्तेदार शेख अबू तालिब मौला के घर सीबीआई की छापेमारी में हथियारों का जो बड़ा जखीरा बरामद किया गया, उसके तार भागलपुर-बिहार के हथियार तस्करों से जुड़ रहे हैं।

प्रारंभिक पड़ताल में यह पता चला

प्रारंभिक पड़ताल में यह बात सामने आने लगी है कि अबू तालिब मौला संदेशखाली कांड के मास्टर माइंड पूर्व टीएमसी नेता शेख शाहजहां के संरक्षण में बाकायदा एक गिरोह संचालित कर रहा था। गिरोह के लड़ाकों के लिए हथियारों-गोला-बारूद भी बड़े पैमाने पर जमा कर रखा था।

जांच में यह बात सामने आ रही है कि उसके घर से 26 अप्रैल 2024 को छापेमारी के क्रम में सीबीआइ के अधिकारियों ने जो हथियारों का जखीरा बरामद किया है उसकी आपूर्ति उसने भागलपुर-मुंगेर में अपने संपर्क के तस्करों से कराया था।

हथियार की बरामदगी के बाद से तलाशी अभियान जारी

जांच एजेंसी के अधिकारियों का दल मौला के घर बड़ी संख्या में हथियारों की बरामदगी के बाद से केंद्रीय बलों और एनएसजी के सहयोग से तलाशी अभियान चला रही है। अभियान में अन्य जगहों पर भी हथियार और गोला-बारूद मिल रहे हैं।

जांच एजेंसी को हालांकि राज्य की पुलिस इकाई या एसटीएफ से सहयोग नहीं मिलने की बात कही जा रही है। अबतक के मिले रिकॉर्ड के आधार पर जांच एजेंसी के अधिकारियों ने पश्चिम बंगाल में हथियारों की आमद को लेकर जो पड़ताल कर हथियार तस्करों की जो कुंडली तैयार की है उसमें शाहजहां शेख और उसके कई करीबी रिश्तेदारों और टीएमसी नेताओं के तार जुड़ने की बात कही जा रही है।

पश्चिम बंगाल में पूर्व में हो चुकी है यहां के तस्करों की गिरफ्तारी

पश्चिम बंगाल के कोलकाता, मोटियाबुर्ज,बशीरहाट, कूच बिहार, मिदनापुर, हुगली, बेंडिल, मालदा, उत्तरी दिनाजपुर, चौबीस परगना समेत कई इलाके में भागलपुर-मुंगेर के हथियार तस्कर और अवैध हथियार निर्माण में लगे कारीगरों की सक्रियता रही है। दोनों जगहों के कई तस्करों और हथियारों के अवैध निर्माण में लगे कारीगरों की पूर्व में पश्चिम बंगाल में गिरफ्तारी भी हो चुकी है।

वहां के स्थानीय बाहुबली नेताओं के संरक्षण में हथियार तस्करी का बड़े पैमाने पर काम होता है। कोलकाता के न्यूटाउन इलाके से विस्फोटक और हथियारों के साथ 22 दिसंबर 2021 को गिरफ्तार किए गए भागलपुर के मोजाहिदपुर और हबीबपुर निवासी हथियार तस्कर जमील और शकूर के पास से 13 किलोग्राम विस्फोटक के अलावा कारबाइन और पिस्टल बरामद किया गया था।

मुंगेर में बने थे कारबाइन पिस्टल और पिस्टल

बरामद कारबाइन और पिस्टल मुंगेर में ही बने थे। जमील हथियारों की आपूर्ति पश्चिम बंगाल के अलावा उत्तर प्रदेश के वाराणसी, प्रयागराज, गाजीपुर, दिल्ली के अलावा झारखंड में भी किया करता था।

शकूर और जमील के नजदीकी रिश्ते की बात आ रही सामने

शकूर और जमील का शेख अबू तालिब मौला से नजदीकी रिश्ते की बात भी सामने आ रही है। गिरफ्तारी के पूर्व दोनों हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति अबू तालिब मौला को भी करते थे।

मौला के घर 26 अप्रैल को बरामद हथियारों में अत्याधुनिक पिस्टल, रिवाल्वर, विभिन्न बोर और प्रतिबंधित बोर की कारतूस शामिल हैं। इस बात की संभावना जताई जा रही है कि बहुत जल्द संदेशखाली कांड से जुड़े वहां के नेताओं और स्थानीय बाहुबलियों के चेहरे और हथियार तस्करों से उनके रिश्ते को उजागर कर देगी।

कोर्ट ने बोर्ड को सौंपी थी जिम्मेदारी

मालूम हो कि कोलकाता उच्च न्यायालय के आदेश पर 25 अप्रैल 2024 को संदेशखाली में जमीन कब्जा करने, महिलाओं के विरुद्ध यौन शोषण केस में सीबीआइ ने पहला केस दर्ज किया गया था। पांच आरोपितों को भी नामजद किया गया था।

मामले में उच्च न्यायालय ने दस अप्रैल को ही संदेशखाली जांच की जिम्मेदारी सीबीआई को सौंप दी थी। अब तक शाखजहां शेख, शीबू हाजरा और उत्तम सरदार न्यायिक हिरासत में जेल में हैं। अन्य की तलाश एजेंसी कर रही है।

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