मुठभेड़ के बाद दबोचा गया 25 हजार का इनामी अपराधी शबनम यादव, दो और सहयोगी भी गिरफ्तार
नवगछिया पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। दो सहयोगियों के साथ कुख्यात शबनम यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ और नवगछिया पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में यह सफलता मिली है। नदी थाना क्षेत्र के गढैया दियारा से यह गिरफ्तारी हुई है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। 25 हजार के इनामी अपराधी कुख्यात शबनम यादव को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद दो साथियों के साथ दबोच लिया। एसटीएफ एवं नवगछिया पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में यह सफलता मिली। शबनम भवानीपुर ओपी क्षेत्र के नारायणपुर गांव का निवासी है। गुरुवार की देर रात नदी थाना क्षेत्र के गढैया दियारा से उसे गिरफ्तार किया गया। शबनम पिछले दस साल से फरार चल रहा था। उसके साथ खगडिय़ा जिले के शेरबासा निवासी कुख्यात श्रवण यादव और वकील यादव को गिरफ्तार किया गया। बदमाशों के पास से चार कट्टा, 65 कारतूस, छह खोखे, पांच मोबाइल एवं बीस हजार नकदी बरामद हुआ है।
एक दर्जन गुर्गों के साथ गढैया दियारा में जमा रखा था डेरा
नवगछिया एसपी सुशांत कुमार सरोज ने प्रेस वार्ता में बताया कि गुप्त सूचना मिली कि अत्याधुनिक हथियार से लैस कुख्यात शबनम अपने एक दर्जन गुर्गों के साथ दियारा में डेरा जमाए हुए हैं। किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में है। एसडीपीओ दिलीप कुमार के नेतृत्व में तत्काल टीम गठित कर दियारा में दबिश दी गई। घना अंधेरे एवं कोहरे के बीच काफी कठिन रास्ते से होकर पुलिस दुर्गम इलाके में बदमाशों के ठिकाने तक पहुंची और घेराबंदी की। इसी बीच पुलिस के आने की भनक बदमाशों को लग गई। बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दी। पुलिस ने भी आत्मरक्षार्थ एक दर्जन गोली चलाईं, जिसके बाद कुख्यात शबनम और उसके दो गुर्गों को दबोच लिया गया। उसके बाकी साथी अंधेरे के फायदा उठाकर फरार हो गए। गिरफ्तार बदमाशों पर नदी थाने में सुसंगत धाराओ के तहत केस दर्ज किया जाएगा। स्पीड ट्रायल के तहत सजा दिलाई जाएगी। शबनम की अवैध संपत्ति का भी पता लगाया जा रहा है।
शबनम पर दर्ज हैं 13 मामले
कुख्यात शबनम पर बिहपुर थाने में नौ, नवगछिया में एक एवं नदी थाने में तीन संगीन मामले दर्ज हैं। हत्या, आम्र्स एक्ट, जानलेवा हमला, रंगदारी समेत अन्य कई संगीन मामलों में आरोपित है।
किसानों, मवेशी पालकों और मछुआरों से वसूलता था रंगदारी
कोसी और गंगा दियारा में कुख्यात शबनम यादव की हुकूमत चलती थी। दियारा में मवेशी पालकों से एक हजार रुपये प्रति मवेशी रंगदारी वसूलता था। मछली पकडऩे वालों से भी रंगदारी लेता था। किसानों से रंगदारी मांगना, फसल लूटना एवं दहशत फैलाने के लिए मारपीट एवं गोलीबारी करना इसका मुख्य पेशा था। 2007 में अपराध की दुनिया में आया था। पूर्व में जेल से निकलने के बाद अपने भाई कुख्यात संजय यादव के गिरोह की कमान संभाली थी।
पुलिस टीम को किया जाएगा सम्मानित, घोषित इनाम के अलावा आवार्ड देने की अनुशंसा
एसपी ने कहा कि शबनम की गिरफ्तारी पुलिस की बड़ी कामयाबी है। छापेमारी टीम में शामिल सभी पुलिस पदाधिकारियों और जवानों को पुरस्कृत किया जाएगा। घोषित इनाम के अलावा आवार्ड देने के लिए मुख्यालय को लिखा जाएगा। टीम में बिहपुर सॢकल इंस्पेक्टर नर्मदेश्वर चौहान, खरीक थानाध्यक्ष पंकज कुमार, रंगरा ओपी प्रभारी महताब खां, भवानीपुर ओपी प्रभारी नीरज कुमार के अलावा बबलू कुमार पंडित, ओमप्रकाश सिंह समेत पुलिस बल और एसटीएफ के जवान शामिल थे।