स्कूलों से ड्राप आउट एक लाख बच्चों की नहीं हो पाई पड़ताल
अक्टूबर में हुए अर्द्ध वार्षिक मूल्यांकन परीक्षा में 413358 बच्चे शामिल हुए थे।
कटिहार (अमर प्रताप)। पोषक क्षेत्र के शत-प्रतिशत बच्चों का विद्यालय में नामांकन की जिम्मेदारी तो शिक्षकों ने पूरी कर दी है, लेकिन ड्रापआउट की समस्या अब भी बनी हुई है। विभागीय आकड़ों की माने तो प्रारंभिक विद्यालय में नामांकित छात्र-छात्राओं कि संख्या 546857 है। लेकिन मूल्यांकन सहित अन्य आयोजन में अचानक बच्चों की संख्या में कमी आ जाती है। इसका खुलासा विभाग द्वारा ली गई वार्षिक परीक्षा के दौरान भी हो चुका है। अक्टूबर में हुए अर्द्ध वार्षिक मूल्यांकन परीक्षा में 413358 बच्चे शामिल हुए थे। ऐसे में 133499 बच्चे परीक्षा नहीं दे पाए थे। यद्यपि परीक्षा का आयोजन महज बच्चों में सीखने एवं समझने की क्षमता विकसित किया जाता है। लेकिन बड़ी संख्या में बच्चों का अनुपस्थिति रहना अपने आप में बड़ा सवाल है। ऐसे में नामांकन में गड़बड़ी की आशंका भी जाहिर की जा रही है। ड्राप आउट के आंकड़ों में भी हेरफेर:
विभाग द्वारा ड्राप आउट बच्चों की सूची तलब करने के बाद विद्यालय प्रधानों के हलक सूखने लगते हैं। रिपोर्ट के नाम पर महज खाना पूर्ति कर जिला कार्यालय में रिपोर्ट जमा कर दिया जाता है। इसमें अंतर को लेकर सही कारण को लेकर विभाग द्वारा समेकित रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है। फिलहाल रिपोर्ट के अनुसार छह से दस आयुवर्ग में 1839 बालक व 1681 बालिका, जबकि 11 से 14 आयुवर्ग में 1498 बालक व 1433 बालिका को ड्राप आउट बताया गया है। प्रखंड स्तर पर समेंकित रिपोर्ट के अनुसार 6451 छात्र-छात्राए ही ड्राप आउट है। शेष बच्चे कहां शिक्षा ग्रहण कर रहे है, इसका समुचित जवाब नदारद है। हकीकत में ऐसे बच्चों की संख्या लगभग एक लाख बताई जा रही है।
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कोट:-
ड्राप आउट बच्चों की सूची विद्यालय से तलब की गई थी। उपलब्ध कराई गई सूची पूर्ण नहीं होने के कारण फिर से सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। जल्द ही इस दिशा में समुचित कदम उठाया जाएगा।
समर ¨सह, संभाग प्रभारी, समग्र शिक्षा।