चापर दियारा से जुड़ा है संतोष हत्याकांड का तार, वर्चस्व की चल रही जंग में एक मोहरे ने मारी पलटी
नवगछिया की जरायम दुनियां में चल रहे शह और मात के खेल जारी है। अरविंदा की तलाश में पुलिस टीम ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है।
भागलपुर, जेएनएन। नवगछिया की जरायम दुनियां में चल रहे शह और मात के खेल में टीएन यादव के चालक संतोष की हत्या के तार चापर दियारा से जुड़े होने की बात कही जा रही है। इनोवा गाड़ी की खरीद और उसकी खुशी में होटल में पार्टी देने की कहानी लोगों की जुबान पर है। पर इस बात की भी चर्चा तेजी से फैल रही है कि बॉस से जुड़े अरविंदा ने वर्चस्व की चल रही जंग में पलटी मार दी है। कहा जा रहा है कि दूसरे खेमे की शह पर संतोष को साजिश के तहत होटल पर बुलाया गया। कहा तो यह भी जा रहा है कि संतोष गाड़ी से कहीं और जा रहा था लेकिन उसे दबाव देकर बुलाया गया था। हत्या के उद्भेदन में लगी पुलिस एक नामजद अभिषेक को गिरफ्तार कर ली है। चापर दियारा में अरविंदा की तलाश में भी ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है।
कुख्यात मोती और भक्ता की अदावत में बिछने लगी बाजी
जीवित काल में विनोद यादव का सहयोग चापर दियारा के कुख्यात मोती यादव को मिला करती थी। जिस बिना पर प्रतिद्वंद्वी भक्ता मंडल से मोती दियारा में मुठभेड़ करता रहता था। बदलते समीकरण में भक्ता गिरोह और विनोद यादव हत्याकांड का ताना-बाना बुनने वाले अन्य शातिर विनोद के पुराने सहयोगियों को तोड़ रहे हैं। चर्चा है कि अरविंदा ऐसी ही बिछाई बाजी में दूसरे खेमे का प्यादा बन गया। विरोधी गुट विनोद की विरासत को कमजोर कर अपना दबदबा कायम करने की फिराक में हैं। अब एक गुट के खेले गए खूनी खेल का पूरा सच सामने लाने में एसपी स्वप्ना जी मेश्राम लगी हैं। अभिषेक से पूछताछ और मिली लीड के अलावा पुलिस संतोष की पुरानी वफादारी से जुड़े तथ्यों पर भी तफ्तीश कर रही है। क्योंकि यह बात नवगछिया के बनते-बिगड़ते अपराध समीकरण को जानने वालों को हजम नहीं हो रही कि इनोवा गाड़ी की खरीद से वफादारी कलंकित हो सकती।