पूर्णिया में सफाई कर्मियों का दूसरे दिन भी हड़ताल जारी, शहर में जगह-जगह लगा है कूड़े का ढेर
पूर्णिया में दूसरे दिन भी सफाई कर्मियों का हड़ताल जारी रहा। इस कारण कूड़े का उठाव नहीं हो सका। जगह-जगह कूड़े का ढेर लगा हुआ है। शहर में चहुंओर कचरा का अंबार लगा रहा और लोगों की परेशानी चरम पर रही।
जागरण संवाददाता, पूर्णिया। 12 सूत्री मांगों को लेकर नगर निगम के स्थाई, दैनिक व आउटसोर्सिंग से जुड़े मजदूरों की हड़ताल लगातार दूसरे दिन बुधवार को भी जारी रही। इस कारण लगातार दूसरे दिन भी शहर में साफ-सफाई पूरी तरह ठप रहा। शहर में चहुंओर कचरा का अंबार लगा रहा और लोगों की परेशानी चरम पर रही। इधर बुधवार को कर्मियों के एक जत्था ने आउटसोर्सिंग में कार्यरत एनजीओ के खीरु चौक स्थित कार्यालय पर हमला बोल दिया। इस दौरान वहां मौजूद कई कर्मियों के साथ मारपीट भी की गई। इसको लेकर एनजीओ के मैनेजर द्वारा सहायक खजांची हाट थाना में आवेदन भी दिया गया है। साथ ही नगर आयुक्त से भी इसकी शिकायत की गई है।
प्रवेश द्वार पर झाड़ू व फाबड़ा लटका धरना पर डटे रहे कर्मी
बिहार लोकल बाडीज कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा व बिहार राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी संघ द्वारा आहूत हड़ताल पर कार्यालय व सफाई कर्मी डटे हुए हैं। इस कारण दूसरे दिन भी कार्यालय कार्य सहित साफ-सफाई भी पूरी तरह ठप रहा। निगम कर्मी मुख्य प्रवेश द्वार को बंद कर उसमें झाड़ू व फाबड़ा लटका दिया है। इधर बुधवार को भी कर्मी धरना पर डटे रहे और सरकार सहित नगर निगम प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
गंदगी से कराह रहा शहर, वैकल्पिक व्यवस्था की उम्मीद नहीं
लगातार शहर में दूसरे दिन भी कचरा का उठाव नहीं होने से स्थिति बद से बदतर हो गई है। बता दें कि 46 वार्ड वाले इस शहर में रोजाना औसतन बीस कचरे का उठाव होता है। इस लिहाज से 48 घंटे में पूरे शहर में 40 टन कचरा जमा हो चुका है। मुख्य बाजारों से लेकर मोहल्लों तक में कचरों का अंबार लग गया है। गुलाबबाग मंडी, भ_ा बाजार, मधुबनी बाजार, लाइन बाजार, विकास मार्केट, अंबेदकर मार्केट, भ_ा सब्जी मंडी, खुश्कीबाग सब्जी मंडी सहित अन्य बाजारों की स्थिति बद से बदतर हो चुकी है।
चहुंओर कचरा का अंबार लगा रहने से आम लोगों की परेशानी चरम पर पहुंच गई है। चिकित्सा नगरी के नाम से प्रसिद्ध शहर के लाइन बाजार में चहुंओर कचरा बिखरे रहने से मरीजों व उनके स्वजनों को भी आने-जाने में काफी परेशानी हो रही है। इधर फिलहाल इसके वैकल्पिक व्यवस्था की भी कोई उम्मीद नहीं है। खासकर आउसोर्सिंग के भी कर्मियों के हड़ताल पर डटे रहने व आउसोर्सिंग वाले को वैकल्पिक व्यवस्था नहीं करने देने से स्थिति और विकट हो गई है।
हड़ताल पर डटे कर्मियों से बातचीत की कोशिश जारी है। इसके लिए संघ को पांच लोगों की एक कमेटी बनाने का सुझाव दिया गया है। शहर में साफ-सफाई की वैकल्पिक व्यवस्था के लिए आउटसोर्सिंग के तहत कार्यरत एनजीओ को पत्र लिखा गया है। समस्या का जल्द से जल्द समाधान निकले, इसके लिए हर आवश्यक प्रयास जारी है। -शेखर कुमार प्रसाद, सिटी मैनेजर, नगर निगम।
वे लोग सुबह कार्यालय खोलकर बैठे थे। साफ-सफाई को लेकर कोई गतिविधि भी नहीं चल रही थी। इसी दौरान कर्मियों का एक जत्था कार्यालय पर धावा बोल दिया। इस दौरान सुपरवाइजर शिवधारी ङ्क्षसह के साथ मारपीट भी की गई। अन्य कर्मियों के साथ भी धक्का-मुक्की की गई। इस संबंध में सहायक थाना में आवेदन दिया गया है। साथ ही नगर आयुक्त को भी आवेदन दिया गया है। -गौरीकांत झा, मैनेजर, शिवम जन स्वास्थ्य।