सहरसा के किसान पैक्स के बदले बिचौलियों के हाथों बेच रहा धान
आगामी 31 मार्च तक किसानों से धान खरीद करने का पैक्स को निर्देश है। 20 दिन बीत जाने के बाद भी धान की बहुत कम खरीदारी हुई है। किसानो की माने तो धान बेचने के बाद समय पर राशि का भुगतान नहीं होता है।
सहरसा, जेएनएन। सरकारी स्तर पर धान खरीद के तमाम इंतजामों के बावजूद भी जिले के किसान इस दिशा में बहुत जागरूक नहीं दिख रहे हैं। यही कारण है कि पैक्सों के बजाय किसान बिचौलियों को धान बेचने में रुचि दिखाते हैं। दरअसल किसानों के पास धान के भंडारण की समूचित व्यवस्था नहीं है। पैक्स पहले तो धान क्रय करने मे आनाकानी करता है इसके अतिरिक्त वह खरीदारी के बाद भी समय पर भुगतान नहीं देते हैं। जिस कारण किसान अपनी धान औने-पौने दामों में बिचौलिया के हाथों बेचने पर मजबूर हैं।
एक दिन जागरण की टीम ने सिहौल पैक्स के क्रय केन्द्र जायजा लिया। यहां 19 दिन बाद भी मात्र 400 क्विंटल किसानों से धान खरीद की गई है। हालांकि पैक्स अध्यक्ष द्वारा खरीद की गई धान की कीमत सरकारी निर्देशानुसार ससमय किसानों को भुगतान करने का दावा किया जा रहा है। विभागीय निर्देशानुसार बीते 23 नवंबर से आगामी 31 मार्च तक किसानों से धान खरीद करने का प्रावधान है। सिहौल पैक्स के पैक्स अध्यक्ष जितेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि प्रथम चरण में चार किसानों से चार सौ क्विंटल धान खरीद किया गया है। उन्होंने बताया कि पंचायत में भ्रमण कर ससमय भुगतान करने का भरोसा दिलाते हुए पैक्स के क्रय केन्द्र में धान बेचने का आग्रह किसानों से किया गया है। ऊन्होंने कहा कि गांव गांव जाकर किसानों को बेहतर मूल्य के लिए धान पैक्स में बेचने के प्रति जागरूक किया गया है। लेकिन इसके बाद भी किसान पैक्सों में धान बेचने के बजाय बचौलियों के हाथ अपना उत्पाद बेच रहे हैं। हां, जो जागरूक किसान हैं वे सरकार के योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं।
सिहौल वार्ड नंबर सात के निवासी किसान विष्णुदेव पोद्ददार ने बताया कि उन्होंने प्रति क्विंटल 18.68 रुपए की दर से 72 क्विंटल धान पैक्स के क्रय केन्द्र में बेचा है।
सिहौल वार्ड नंबर 11 के निवासी किसान पंकज कुमार सिंह ने 90 क्विंटल धान 18.68 रुपए प्रति क्विंटल पैक्स में बेचने की बात बताई।