पूरी तरह पेपरलेस हो जाएगा सहरसा समाहरणालय, कर्मचारियों के हाथ में कॉपी कलम की जगह दिखेगा माउस और कीबोर्ड
अब बिहार के सहरसा जिले में डीएम ऑफिस पूरी तरह पेपरलेस होगा। सहरसा समाहरणालय में पेपर की जगह कंप्यूटर-लैपटॉप सिस्टम लगाए जाएंगे। कर्मचारी जो कॉपी पेन लेकर दौड़ते थे वे अब माउस और कीबोर्ड लिए दिखाई देंगे। ई- आफिस प्रणाली से पूरे कार्यालय का स्वरूप बदल जाएगा।
संवाद सूत्र, सहरसा: आने वाले कुछ दिनों में सहरसा समाहरणालय के सभी कोषांग में ई- आफिस लागू हो जाएगा। किसी भी कार्यालय में कागजों के सहारे काम नहीं होगा। कर्मियों के हाथ में कागज- कलम के बदले अब कंप्यूटर का माऊस व की बोर्ड होगा। जिलाधिकारी आनंद शर्मा के निर्देशन में इसके लिए तैयारी प्रारंभ कर दिया गया है। इसके लिए डीडीसी को नोडल पदाधिकारी नियुक्त किया गया है। डीएम का यह अभियान सफल होने से सहरसा समाहरणाल ई- आफिस करनेवाला बिहार का पहला जिला होगा। इसके लिए एनआईसी से साफ्टवेयर तैयार कर लिया है। डीएम ने सभी संबंधित विभागों से अधिकारियों व कर्मियों विस्तृत ब्यौरा तलब किया है।
ई- आफिस प्रणाली से पूरी तरह संचिकाओं का होगा निष्पादन
ई- आफिस प्रणाली लागू करने के लिए जिलाधिकारी ने समाहरणालय के सभी शाखा के कार्यालय प्रभारी को कोरोना के संक्रमण के मद्देनजर संचिकाओं को उपस्थापित करने से संक्रमण फैलने की संभावना की चर्चा की है। कहा कि ई आफिस प्रणाली द्वारा इलेक्ट्रानिक माध्यम से कार्यालय की गतिविधियों का संपादन किया जाएगा। इसके माध्यम से संचिका का निष्पादन, छुट्टी का प्रबंधन, यात्रा प्रबंधन, मैसेज सेवा आदि कार्य संपादित किया जाएगा। इसके लिए चालू संचिकाओं का को कंम्प्यूटरीकरण किया जाएगा, संचिकाओं पर हस्ताक्षर करनेवाले सभी कर्मियों का डिजिटल हस्ताक्षर की सेवा उपलब्धता सुनिश्चित करने एवं सभी कर्मियों के लिए कंप्यूटर सिस्टम की व्यवस्था प्रारंभ हो चुकी है।
योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए बना कोषांग
ई- आफिस प्रणाली को क्रियान्वित करने के लिए उप विकास आयुक्त को नोडल पदाधिकारी प्राधिकृत कर दिया गया है। योजना के सफल संचालन के लिए जिला गोपनीय प्रशाखा में कोषांग कार्यरत हो गया है। डीएम ने विहित प्रपत्र में कर्मियों का नाम, कर्मी कोड, जन्मतिथि, पद, संपर्क नंबर, इमेल आईडी, कोषांग का नाम, रिपोर्टिंग पदाधिकारी का नाम व पद की मांग की गई है। इन सभी अधिकारियों व कर्मियों को शीघ्र प्रशिक्षण दिया जाएगा।
'जिलाधिकारी स्तर से सभी कोषांग से पदाधिकारियों- कर्मियों का ब्यौरा मांगा गया है। शीघ्र ही इन सभी अधिकारी व कर्मी का प्रशिक्षण होगा, और ई- आफिस प्रणाली लागू किया जाएगा।'- अमित आनंद, जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी, सहरसा।